नई दिल्ली, 29 नवंबर: विपक्षी कांग्रेस (Congress) ने रविवार को सरकार पर सत्ता के नशे में चूर रहने और किसानों की आवाज नहीं सुनने का आरोप लगाया. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, "सरकार सत्ता के नशे में चूर है. केंद्रीय कृषि मंत्री और गृहमंत्री कहते हैं कि 3 दिसंबर से पहले किसानों से कोई बात नहीं होगी. इस कड़ाके की ठंड में दोनों मंत्रियों के पास पांच दिनों तक किसानों से मुलाकात करने का समय नहीं है."
कांग्रेस नेता ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी को खुद किसानों के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत करनी चाहिए. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को सार्वजनिक रूप से किसानों को आतंकवादी कहने और उनके खिलाफ फर्जी मामले दर्ज करने के लिए माफी मांगनी चाहिए." यह भी पढ़े: किसानों का प्रदर्शन राजनीतिक नहीं :अमित शाह
उन्होंने कहा, "मोदी सरकार ने एक और झूठ बोला था कि किसान अपने फसलों को दूसरे राज्यों में बेचने में भी सक्षम होंगे. भारत में जहां 86 प्रतिशत से ज्यादा किसानों के पास 5 एकड़ से कम जमीन है. इनमें से 80 प्रतिशत किसानों के पास केवल 2 एकड़ जमीन है. अगर उनके पास अपने जिले से बाहर कृषि उत्पादों को बेचने की क्षमता नहीं है तो वे अपने उत्पादों को अन्य राज्य में कैसे बेचेंगे."
मोदी ने हालांकि रविवार को कहा कि वह मेहनतकश किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं और केंद्र सरकार की ओर से लाए गए नए किसान कानून इसी दिशा में उठाया गया एक कदम है.