पिता और दादी की हत्या का साक्षी होने के बावजूद राजनीति में आने का साहस मिला: राहुल गांधी
राहुल गांधी (Photo Credtis Congress twitter))

पुणे: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि वास्तविकता को स्वीकार करने से उन्हें अपने पिता और दादी की हत्या का साक्षी होने के बावजूद राजनीति में आने का साहस मिला. राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी और दादी इंदिरा गांधी, दोनों पूर्व प्रधानमंत्रियों की क्रमशः 1991 और 1984 में हत्या कर दी गई थी. राहुल यहां कॉलेज छात्रों के एक कार्यक्रम के संवाद सत्र में बोल रहे थे, जिसका संचालन अभिनेता सुबोध भावे और रेडियो जॉकी मलिष्का कर रहे थे.

अपने परिवार में दो-दो हत्याएं देखने के बावजूद राजनीति में आने का साहस करने से संबंधित पूछे गए सवाल के जवाब में राहुल ने कहा, ‘‘मुझे अनुभव से साहस मिला, और जिन चीजों का मैंने सामना किया मुझे वास्तविकता को स्वीकार करने से हिम्मत मिली. यदि आप वास्तविकता को स्वीकार करते हैं, तो आपको साहस मिलेगा, और यदि आप झूठ को स्वीकार करते हैं, तो आप डरेंगे.’’