Foreign Devotees Perform Kalabhairav Ashtakam at Maha Kumbh: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 के दौरान एक अनोखा दृश्य देखने को मिला, जब विदेशी भक्तों के एक समूह ने कालभैरवाष्टकम का गायन किया. इस अद्भुत पल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है और लाखों लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहा है.
विदेशी भक्तों की श्रद्धा का अनूठा उदाहरण
महाकुंभ में हर दिन लाखों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने और धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेने आते हैं. लेकिन इस बार विदेशी भक्तों ने संस्कृत के प्राचीन स्तोत्र, कालभैरवाष्टकम, का सुमधुर गायन करके सभी को चौंका दिया. वीडियो में देखा जा सकता है कि वे पूरी भक्ति और श्रद्धा के साथ इस स्तोत्र का पाठ कर रहे हैं. यह भी पढ़े: Maha Kumbh 2025: मकर संक्रांति पर महाकुंभ का पहला अमृत स्नान जारी, संगम तट पर उमड़ा आस्था का सैलाब; VIDEO
महाकुंभ में विदेशी भक्तों ने गाया कालभैरवाष्टकम, देखें वीडियो
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सोशल मीडिया पर मिल रही सराहना
यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. लोग इसे भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म के वैश्विक प्रभाव का प्रतीक मान रहे हैं. कई लोगों ने इस पर कमेंट करते हुए लिखा कि यह भारतीय संस्कृति की महानता है, जो दुनिया के कोने-कोने में अपनी छाप छोड़ रही है.
कालभैरवाष्टकम का महत्व
कालभैरवाष्टकम भगवान शिव के रौद्र स्वरूप कालभैरव की स्तुति है. इसे गाने से भक्तों को भय और संकटों से मुक्ति मिलने का विश्वास है. यह स्तोत्र न केवल आध्यात्मिक शांति प्रदान करता है, बल्कि भक्तों को भगवान शिव के करीब भी लाता है.
महाकुंभ में विदेशी भक्तों की बढ़ती संख्या
हर साल महाकुंभ में विदेशी श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है. वे न केवल भारतीय संस्कृति और धर्म को करीब से समझने आते हैं, बल्कि इसे अपनाने का प्रयास भी करते हैं.
विदेशी भक्तों द्वारा कालभैरवाष्टकम का गायन महाकुंभ की आध्यात्मिकता और भारतीय संस्कृति की व्यापकता को दर्शाता है. यह घटना न केवल महाकुंभ के महत्व को बढ़ाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि भारतीय संस्कृति की गूंज पूरी दुनिया में सुनाई दे रही है.