देश में कोरोना वायरस (coronavirus) के कारण हाहाकार मचा हुआ है. लॉकडाउन लगाया गया ताकि इस वायरस के संक्रमण को रोका जा सके. लेकिन उसके बाद भी कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. इसी दरम्यान केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज (Pradhan Mantri Garib Kalyan Package) के तहत 30 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के माध्यम से सीधे 28,256 करोड़ रुपये की सहायता दी गई है. इससे पहले पीएम मोदी ने कहा था कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज ऐसे लोगों की खाद्य एवं आजीविका सुरक्षा सुनिश्चित करने में काफी मदद करेगा. बता दें कि लॉकडाउन के कारण देश में कई मजदूरों समेत कई ऐसे लोग हैं जिनकी जीविका पर असर पड़ा है. जिसे लेकर केंद्र सरकार ने पहले राहत पैकेज का ऐलान कर दिया था.
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोरोना वायरस महामारी और उसके आर्थिक प्रभाव से निपटने को लेकर बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 1.70 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की। इसमें कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिये जुटे डाक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को बीमा कवर तथा मनरेगा के तहत दैनिक मजदूरी 182 रुपये से बढ़ाकर 202 रुपये करने के साथ प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत किसानों को अग्रिम भुगतान, 80 करोड़ परिवारों को 5 किलो गेहूं या चावल के साथ एक किलो दाल तीन महीने के लिये मुफ्त देने सहित गरीब वृद्धों, गरीब विधवाओं तथा गरीब दिव्यांगों के लिये भी घोषणाएं की गई है.
ANI का ट्वीट:-
More than 30 crore beneficiaries have been directly given support through Direct Benefit Transfer amounting to Rs 28,256 crores under Pradhan Mantri Garib Kalyan Package: Ministry of Finance pic.twitter.com/2plY7d2oPg
— ANI (@ANI) April 11, 2020
बता दें कि देश के भीतर लॉकडाउन को और भी बढ़ाया जा सकता है. क्योंकि कोरोना वायरस का प्रकोप थमता नजर नहीं आ रहा है. अगर सरकार लॉकडाउन को आगे बढ़ा देती है तो आने वाले समय में चुनौतियां ज्यादा बढ़ जाएंगी. क्योंकि लॉकडाउन का सीधा असर लोगों की जीविका पर पड़ रहा है. वहीं राज्य की सरकारें भी लॉकडाउन को आगे बढ़ाने की बात पर सहमत हैं.