Delhi University: श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स कैंपस प्लेसमेंट, 25 लाख रुपये सालाना का ऑफर
दिल्ली यूनिवर्सिटी (Photo Credits-ANI)

नई दिल्ली, 7 अक्टूबर: दिल्ली विश्वविद्यालय नार्थ कैंपस के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स ने 2020-21 के लिए प्लेसमेंट ड्राइव आयोजित किया. इस दौरान कॉमर्स के एक छात्र को 25 लाख रुपये प्रतिवर्ष का पैकेज ऑफर किया है. यह इस वर्ष इस कालेज में ऑफर किया गया सर्वाधिक पैकेज है. श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स के मुताबिक, उनके कैंपस प्लेसमेंट में 100 से अधिक नियोक्ताओं ने छात्रों को 300 से अधिक जाब ऑफर दिए हैं.

यहां केपलर कैनन मैकिन्से एंड कंपनी, सिटीबैंक, बैन कैपेबिलिटी नेटवर्क, एक्सेंचर स्ट्रैटेजी जैसी कंपनियां छात्रों की नियुक्ति के लिए आगे आई हैं. वहीं टीसीएस, आईबीएम, डेलॉइट और विप्रो जैसी प्रसिद्ध कंपनियों ने जामिया मिलिया इस्लामिया कूट छात्रों को कैंपस प्लेसमेंट का ऑफर दे चुके हैं. जामिया में सबसे ज्यादा ऑफर इंजीनियरिंग और कंप्यूटर साइंस के छात्रों को मिले हैं. बीटेक से करीब 100 छात्रों का चयन किया गया है. यह भी पढ़े:NEET-SS Exam:पुराने पैटर्न से नीट-एसएस परीक्षा आयोजित करने के केंद्र के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा, सरकार बहुत निष्पक्ष रही है

जामिया मिलिया इस्लामिया में 10 से अधिक बहुराष्ट्रीय कंपनियों और उल्लेखनीय कंपनियों ने वर्चुअल कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव का संचालन किया है. कुछ सबसे बड़े ब्रांड, जिन्होंने छात्रों को नौकरी की पेशकश की है, वे हैं टीसीएस, आईबीएम, डेलॉइट और विप्रो. जिन छात्रों को प्लेसमेंट ऑफर मिला है, वे इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस और कॉमर्स स्ट्रीम से हैं. टीसीएस और एक्सेल सर्विसेज, जोश टेक्नोलॉजी, आईबीएम, इंफोसिस जैसी कंपनियों द्वारा बीटेक से करीब 100 छात्रों का चयन किया गया है. डेलॉइट द्वारा मास्टर ऑफ कॉमर्स (एम.कॉम) के 7 छात्रों का चयन किया गया.

अब तक दिया गया उच्चतम पैकेज 14 लाख रुपये प्रतिवर्ष है और औसत पैकेज 7 लाख रुपये प्रतिवर्ष है. पिछले साल से आर्थिक मंदी और महामारी के बाद की स्थितियों को देखते हुए, यह अपने आप में एक उपलब्धि है कि जामिया से सबसे अच्छे और शीर्ष रिक्रूटर्स को हायर किया जाए. यूनिवर्सिटी प्लेसमेंट सेल के निदेशक प्रोफेसर जेड ए. जाफरी ने कहा, "इस साल हमने प्राथमिकता के आधार पर अच्छी कंपनियों को आमंत्रित किया है. जामिया द्वारा मजबूत उद्योग-अकादमिक जुड़ाव, इसके छात्रों की गुणवत्ता और शिक्षण ने विश्वविद्यालय को देशभर के कुछ सबसे बड़े कॉर्पोरेट नामों के बीच एक शीर्ष ड्रॉ के रूप में उभरने में मदद की है. "