देशभर में अपनी लॉटरी कंपनियों के लिए मशहूर सैंटियागो मार्टिन के व्यापार साम्राज्य पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी शुरू कर दी है. लॉटरी घोटाले और अवैध लॉटरी बिक्री के आरोपों के चलते ED ने ये कार्रवाई की है. इस छापेमारी में कई स्थानों पर एक साथ तलाशी ली जा रही है, जिनमें चेन्नई, कोयंबटूर, फरीदाबाद, लुधियाना, कोलकाता सहित कुल 20 जगहों पर ED की टीमें सक्रिय हैं.
मनी लॉन्ड्रिंग केस में कोयंबटूर में सैंटियागो मार्टिन के कार्यालय और घर, त्रिपलिकेन में उनके बेटे टाइसन की निर्माण कंपनी और तेनामपेट में उनके दामाद आधव अर्जुन के घरों पर छापे मारे गए हैं.
Enforcement Directorate is conducting searches on the business empire of lottery king Santiago Martin. There are multiple FIRs & complaints against its entities for lottery fraud, sale of illegal lotteries, etc. ED is conducting searches at around 20 locations in Chennai,…
— ANI (@ANI) November 14, 2024
ED की छह सदस्यीय टीम ने त्रिपलिकेन में टाइसन की निर्माण कंपनी और तेनामपेट के JJ रोड पर स्थित एक अपार्टमेंट पर भी छापे मारे. इन स्थानों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवान तैनात किए गए हैं.
प्रवर्तन निदेशालय ने पहले कहा था कि सैंटियागो मार्टिन और उनकी संबंधित कंपनियों ने सिक्किम सरकार को लगभग 910 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया था. यह नुकसान अप्रैल 2009 से अगस्त 2010 तक लॉटरी के जीतने वाले टिकटों की राशि को बढ़ाकर प्राप्त किया गया था. ED ने पहले मार्च में भी सैंटियागो मार्टिन से जुड़ी संपत्तियों पर छापे मारे थे और अब ये नई छापेमारी इसी मामले की आगे की जांच के रूप में की जा रही है.
इस मामले में सैंटियागो मार्टिन और उनके सहयोगी कंपनियों के खिलाफ गंभीर आरोप हैं, और ED की यह कार्रवाई उनके द्वारा किए गए कथित धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ है।
केंद्र सरकार का रुख
केंद्र सरकार ने पहले ही लॉटरी और अन्य सट्टा गतिविधियों पर कड़ी निगरानी बनाए रखी है, और अब ED की यह कार्रवाई सरकार के इस रुख को मजबूती देती है कि अवैध और धोखाधड़ी से जुड़ी गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
भारत सरकार और उसके एजेंसियां देशभर में वित्तीय धोखाधड़ी और अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए पूरी तरह से सक्रिय हैं. सैंटियागो मार्टिन के खिलाफ चल रही यह जांच देशभर में चर्चा का विषय बन गई है. अब यह देखना होगा कि ED की कार्रवाई किस दिशा में जाती है और क्या इस मामले में और बड़े खुलासे होते हैं.