प्रसिद्ध अर्थशास्त्री (Economist) इशर जज अहलूवालिया (Isher Judge Ahluwalia) का लंबी बिमारी के बाद निधन हो गया. इशर जज अहलूवालिया लंबे समय से ब्रेन कैंसर से जूझ रही थी. लगातार बिगड़ती सेहत के कारण उन्होंने इंडियन काउंसिल फॉर रिसर्च ऑन इंटरनेशनल एकोनॉमिक रिलेशंस (इक्रियर) के चेयरमैन की पद से इस्तीफा दे दिया था. इशर जज अहलूवालिया का इस्तीफा संचालन मंडल की आठ अगस्त, 2020 को हुई विशेष बैठक में स्वीकार कर लिया गया. इशर जज आठ अहलूवालिया ने अगस्त, 2005 को सालाना आम बैठक में चेयरपर्सन चुना गया था. उनके शोध ने भारत में शहरी विकास, औद्योगिक विकास, मैक्रो-आर्थिक सुधार और सामाजिक क्षेत्र के विकास के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया है.
बता दें कि इशर जज अहलूवालिया 15 साल के लिए थिंक-टैंक इंडियन काउंसिल फॉर रिसर्च ऑन इंटरनेशनल इकोनॉमिक रिलेशंस (ICRIER) की चेयरपर्सन थीं और पिछले महीने बीमार होने के कारण पद छोड़ दिया था. ICRIER में वह चेयरपर्सन एमेरिटस थीं, ईशर मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) से पीएचडी, दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से एम.ए. और बी.ए. (इको ऑनर्स) प्रेसीडेंसी कॉलेज, कोलकाता से किया था.
गौरतलब हो कि पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित ईशर ने योजना आयोग के पूर्व डिप्टी चेयरपर्सन मोंटेक सिंह अहलूवालिया से शादी की थी. इशर जज अहलूवालिया की जगह पर उनके स्थान संचालन मंडल के मौजूदा उपाध्यक्ष प्रमोद भसीन ने लिया है. भसीन, जीई कैपिटल इंडिया एंड एशिया के पूर्व अध्यक्ष और सीईओ रह चुके हैं. वह पेशे से चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं और उन्होंने इसकी डिग्री इंगलैंड और वेल्स से ली. वह श्रीराम कॉलेज ऑफ कामर्स के छात्र रहे हैं.