मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन (Krishnamurthy Subramanian) ने शुक्रवार को कहा कि सरकार ने निवेश बढ़ाने के लिए कॉरपोरेट टैक्स में कटौती की है. उन्होंने यहां एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि पिछली कुछ तिमाहियों के दौरान विकास चक्र वैसा नहीं रहा है, जैसा कि पहले था. साथ ही उन्होंने कहा, "कॉरपोरेट टैक्स की दर निवेश के लिए महत्वपूर्ण है." भारत (India) की अर्थव्यवस्था 2019-20 की पहली तिमाही के दौरान पांच प्रतिशत की दर से बढ़ी, जो पिछले छह वर्षों में सबसे कम है. यह भी पढ़ें: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बाद अब विदेश मंत्री एस. जयशंकर करेंगे मॉस्को का दौरा
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के आंकड़े शुक्रवार को आने की उम्मीद है. सरकार ने विकास दर में कमी से निपटने के लिए कई उपाए किए हैं. उसने सितंबर में कॉरपोरेट टैक्स को 30 प्रतिशत से घटाकर 22 प्रतिशत करने की घोषणा की थी.
इसके अलावा नई विनिर्माण इकाइयों के लिए कर की दर भी घटाकर 15 प्रतिशत कर दी गई, ताकि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को बढ़ावा दिया जा सके.
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के आंकड़े शुक्रवार को आने की उम्मीद है. सरकार ने विकास दर में कमी से निपटने के लिए कई उपाए किए हैं. उसने सितंबर में कॉरपोरेट टैक्स को 30 प्रतिशत से घटाकर 22 प्रतिशत करने की घोषणा की थी.
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इसके अलावा नई विनिर्माण इकाइयों के लिए कर की दर भी घटाकर 15 प्रतिशत कर दी गई, ताकि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को बढ़ावा दिया जा सके.