कर्नाटक सरकार द्वारा लिंग परीक्षण और भ्रूण हत्या पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद भी नेलमंगला शहर के आश्रय अस्पताल में भ्रूण हत्या का भंडाफोड़ हुआ है. आरोप है कि बेंगलुरु ग्रामीण जिले के आश्रय अस्पताल में भ्रूणों की हत्या की जा रही थी और डॉक्टरों ने अब तक कुल 74 भ्रूणों की हत्या कर दी है.
आरोप है कि भ्रूण लिंग जांच और भ्रूण हत्या पर प्रतिबंध होने के बावजूद डॉक्टर रविकुमार से संबंधित आश्रय अस्पताल में बिना किसी कानून का पालन किए भ्रूण हत्या की जा रही थी. MTP अधिनियम के तहत लाइसेंस प्राप्त किए बिना अटारी में गर्भपात किए जा रहे थे. (MTP) अधिनियम का मतलब है गर्भावस्था का चिकित्सीय समापन यानी गर्भावस्था को पूर्ण अवधि से पहले समाप्त करना. इसके लिए आवश्यक स्कैनिंग रिपोर्ट भी नहीं ली जा रही थी. ऑपरेशन रूम में भी रजिस्टर ठीक से नहीं रखा गया था.
फ़िलहाल, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के अधिकारी मंजूनाथ ने अस्पताल पर छापा मारकर जांच की है. डॉक्टर रविकुमार के खिलाफ नेलामंगला Town Police Station में मामला दर्ज किया गया है. आईपीसी की धारा 312, 313, 315, 316 के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच की जा रही है.
इस सनसनीखेज घटना के बारे में बेंगलुरु ग्रामीण DHO सुनील कुमार ने कहा कि आश्रय अस्पताल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि हम जांच करेंगे और अस्पताल के खिलाफ बिना किसी देरी के कार्रवाई करेंगे.
आश्रय अस्पताल के डॉक्टर और मालिक फरार
TV9 पर 74 भ्रूण हत्या के मामले की रिपोर्ट प्रसारित होते ही शहर के आश्रय अस्पताल के डॉक्टर और मालिक रविकुमार फरार हो गए हैं.