Muslim Mahapanchayat, Uttarakhand: पुरोला में 15 जून को देवभूमि रक्षा अभियान द्वारा महापंचायत का आयोजन, तो 18 जून को मुस्लिम समुदाय की देहरादून में है महापंचायत
Muslim Voters (Photo Credit : Twitter)

देहरादून, 12 जून: उत्तराखंड में लव जिहाद की बढ़ती घटनाओं को लेकर जहां लोगों में रोष है पुरोला में हुई लव जिहाद की एक घटना के बाद जगह-जगह विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं कहीं हिंदू समाज के लोग जगह-जगह समुदाय विशेष के खिलाफ रैली निकाल रहे तो कहीं बाजार बंद करा रहे हैं पुरोला की घटना को लेकर जहां 15 जून को देवभूमि रक्षा अभियान द्वारा महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है तो वहीं 18 जून को देहरादून में मुस्लिमों के पलायन को लेकर मुस्लिम समाज के द्वारा महापंचायत आयोजित की गई है. यह भी  पढ़े: Mahila Maha Panchayat: अहंकार में है BJP सरकार, बूटों तले रौंद रही Wrestlers की आवाज, पहलवानों के समर्थन में प्रियंका गांधी का ट्वीट

पुरोला में मुस्लिम व्यापारियों से दुकानें खाली करने को कहा जा रहा है। पुरोला में कई मुस्लिम व्यापारियों ने दुकानें खाली कर दी हैं अब प्रदेश से मुस्लिमों के पलायन को लेकर देहरादून में महापंचायत आयोजित करने का फैसला लिया गया है देहरादून के पलटन बाजार स्थित जामा मस्जिद में शहर काजी मौलाना मोहम्मद अहमद कासमी की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस पर फैसला लिया गया महापंचायत मुख्य रूप से मुस्लिमों के पलायन और उत्पीड़न के खिलाफ लिया गया महापंचायत मुख्य रूप से मुस्लिमों के पलायन और उत्पीड़न के खिलाफ बुलाई गई है.

जिसमें देहरादून, विकासनगर, हरिद्वार, रुड़की, हल्द्वानी, ऊधमसिंहनगर समेत अन्य शहरों से मुस्लिम समाज के लोग हिस्सा लेंगे महापंचायत गांधी रोड स्थित पुराने बस स्टैंड के पीछे आयोजित होगी शनिवार को जामा मस्जिद में मस्जिदों के इमाम एवं जिम्मेदार लोगों ने बैठक में शिरकत की इस दौरान उत्तराखंड में चल रहे माहौल पर विस्तार पर चर्चा की गई मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों ने कहा कि प्रदेश के अंदर मुस्लिमों का पहाड़ से पलायन और प्रशासन द्वारा मुस्लिमों का उत्पीड़न चिंताजनक है.

इसे देखते हुए महापंचायत का ऐलान किया गया हैमुस्लिम समाज की महापंचायत देहरादून में 18 जून को आयोजित होगी महापंचायत को लेकर तैयारियां भी की जा रही है यहां आपको उत्तराखंड में लव जिहाद की घटनाओं के बारे में भी बताते हैं प्रदेश में सिर्फ 5 महीने के भीतर लव जिहाद के 48 मामले सामने आए हैं पूरे एक साल की बात करें तो यह आंकड़ा 76 है लव जिहाद की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ अब लोग सड़कों पर उतर कर अपना विरोध जता रहे हैं.