नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का विरोध और समर्थन को लेकर सोमवार को दिल्ली में हिंसा जो भड़की वो अब तक थमी नहीं है. दिल्ली पुलिस, रैपिड एक्शन फोर्स के जवान लगातार लगे हुए हैं तकी हिंसा को रोका जा सके. लेकिन उसके बाद भी कई जगहों पर फिर से पथराव की खबरें आ रही है. वहीं इस मामले को लेकर देश के गृहमंत्री अमित शाह ( Union Home Minister Amit Shah) ने एक बैठक बुलाई है. इस बैठक में दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ( Delhi CM Arvind Kejriwal) उपराज्यपाल अनिल बैजल (Lt Governor Anil Baijal), पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक (Police Commissioner Amulya Patnaik), कांग्रेस नेता सुभाष चोपड़ा (Congress leader Subhash Chopra) बीजेपी नेताओं मनोज तिवारी (BJP leaders Manoj Tiwari) भी मौजूद थे. जहां दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर चर्चा हुई.
बता दें कि बैठक ख़त्म होने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने मीडिया से बात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि, मीटिंग सकारात्मक थी और सभी चाहते हैं कि हिंसा रुके. यह निर्णय लिया गया कि सभी राजनीतिक दल सुनिश्चित करेंगे कि शहर में शांति स्थापित हो.
Delhi CM Arvind Kejriwal: Everyone wants that the violence be stopped. The Home Minister had called a meeting today, it was a positive one. It was decided that all the political parties will ensure that peace returns to our city. #NortheastDelhi pic.twitter.com/OXQtZES6by
— ANI (@ANI) February 25, 2020
दिल्ली में हुई हिंसा में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 105 से ज्यादा लोग घायल हैं. इस हिंसा में दिल्ली पुलिस का एक जवान रतनलाल भी शहीद हो गया है.
बैठक की तस्वीर:-
Delhi: Union Home Minister Amit Shah is chairing a meeting with Delhi CM Arvind Kejriwal, Lt Governor Anil Baijal, Police Commissioner Amulya Patnaik, Congress leader Subhash Chopra, BJP leaders Manoj Tiwari & Rambir Singh Bidhuri and others. #NortheastDelhi pic.twitter.com/iz2ohNeSNo
— ANI (@ANI) February 25, 2020
बता दें कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली मौजपुर, बाबरपुर, जाफराबाद, गोकुलपुरी, बृजपुरी आदि इलाकों में पुलिस व रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात किया गया है. लेकिन इसके बावजूद कई जगहों से हिंसा की खबरें आ रही है. जिसके बाद कानून व्यवस्था को कायम रखने के लिए कई इलाकों में फ्लैग मार्च किया गया. वहीं हिंसा की आशंका के चलते पुलिस ने यहां सभी गैरजरूरी आवाजाही रोक दी है. मुख्य सड़क मार्ग पर बैरिकेड लगाए गए हैं. हिंसा ग्रस्त इलाकों के मेट्रो स्टेशन फिलहाल बंद करवा दिए हैं.