जहरीली होती हवा! दिल्ली-NCR के कई इलाकों में प्रदूषण का स्तर 'गंभीर', लागू हो गया GRAP स्टेज 3
दिल्ली वायु प्रदूषण (Photo: PTI)

नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर की हवा लगातार जहरीली होती जा रही है. रविवार को दिल्ली का ऑल ओवर AQI 'बेहद खराब' श्रेणी में रहा. आज सुबह एक्यूआई 350 दर्ज किया गया. वहीं दिल्ली सहित एनसीआर के कई इलाकों में स्थिति गंभीर है. शनिवार शाम को कई क्षेत्रों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 400-500 रहा, यानी गंभीर" श्रेणी में था. आसमान में इन दिनों प्रदूषण का परत छाई हुई है, जिसके कारण धूप की किरणें भी सही से धरती तक नहीं पहुंच पा रही हैं. छठ के लिए यमुना नदी को किया जा रहा है तैयार, रासायनिक स्प्रे से हटाया जा रहा है जहरीला झाग. 

दिल्ली में 24 घंटों का औसत AQI शनिवार शाम चार बजे 397 था जो जनवरी के बाद से सबसे खराब स्तर है. इसके पहले दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक सोमवार को 312, मंगलवार को 302, बुधवार को 271 और गुरुवार को 354 था.

इस बीच दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्रवाई योजना (जीआरएपी) के तीसरे चरण के तहत वायु प्रदूषण रोधी उपायों पर चर्चा करने के लिए रविवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे.

दिल्ली में शनिवार सुबह धुंध की परत छाई रही और प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों के बीच शहर की वायु गुणवत्ता ‘‘गंभीर’’ श्रेणी के करीब पहुंच गई. इसने केंद्र के वायु गुणवत्ता निकाय को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में अधिकारियों को जीआरएपी के तीसरे चरण के तहत निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर रोक जैसे प्रतिबंधों को तुरंत लागू करने के लिए निर्देशित करने को प्रेरित किया.

कई इलाकों में गंभीर श्रेणी में पहुंचा प्रदूषण 

शनिवार को आनंद विहार 454 एक्यूआई के साथ राजधानी का सबसे प्रदूषित स्थान रहा. इसके बाद वजीरपुर (439), नरेला (423), अशोक विहार (428), विवेक विहार (427) और जहांगीरपुरी (438) में वायु गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज की गई.

प्रदूषणकारी गतिविधियां होंगी बंद

आवश्यक परियोजनाओं (जैसे रेलवे, मेट्रो, हवाई अड्डे, आईएसबीटी, राष्ट्रीय सुरक्षा / राष्ट्रीय महत्व की रक्षा-संबंधित परियोजनाओं) को छोड़कर, एनसीआर में निर्माण और तोड़फोड़, प्लंबिंग, लकड़ी के कामों, आंतरिक सजावट और बिजली के काम जैसी प्रदूषणकारी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने की जरूरत होती है.

इसके अलावा ईंट भट्टों, हॉट मिक्स प्लांट, स्टोन क्रशर और एनसीआर में खनन व संबंधित गतिविधियों पर भी प्रतिबंध होगा. जिन राज्यों में दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र आते हैं, वहां की सरकारें भी तीसरे चरण के तहत बीएस 3 (पेट्रोल) और बीएस 4 (डीजल) चार पहिया वाहनों पर प्रतिबंध लगा सकती हैं.