नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण बढ़ने से हालात नियंत्रण के बाहर होते नजर आ रहे है. रिपोर्ट्स की मानें तो दिल्ली में संक्रमित मरीजों के एडमिट करने के लिए अस्पताल में बेड तक नहीं है. हालांकि दिल्ली सरकार ने स्थिति के नियंत्रण में होने की बात दोहराई है. इस बीच दिल्ली सरकार ने शनिवार को शहर के सभी नर्सिंग होम को कोविड-19 मरीजों का इलाज शुरू करने के लिए कहा है.
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक केजरीवाल सरकार ने 10 से 49 बेड की क्षमता वाले सभी नर्सिंग होम को कोरोना संक्रमितों का इलाज करने के लिए कहा है. हालांकि केवल आंख के अस्पताल, ईएनटी सेंटर, डायलिसिस सेंटर, मातृत्व गृह (Maternity Homes) और आईवीएफ सेंटर को आदेश से बाहर रखा गया है. दिल्ली में कोरोना से बिगड़े हालात, 24 घंटे में मिले 2134 नए केस, 57 मरीजों की हुई मौत
In order to avoid intermingling of COVID&non-COVID patients in small&medium multispeciality nursing homes&also to augment the bed capacity for #COVID19 patients,all nursing homes in NCT of Delhi having bed strength of 10 to 49 beds are declared as COVID nursing homes: Delhi Govt
— ANI (@ANI) June 13, 2020
दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के अनुमान के मुताबिक शहर में लगभग 700 नर्सिंग होम हैं, जिनमें से अधिकांश में लगभग 20 बेड हैं. आदेश में कहा गया है कि कोविड-19 मरीजो को अन्य मरीजों के साथ मिलने से रोकने के लिए पूरे नर्सिंग होम को कोरोना अस्पताल में बदल दिया जाए. दिल्ली सरकार ने सभी अस्पतालों को कोविड-19 के इलाज पर आने वाला खर्च साझा करने कहा
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक शनिवार को दिल्ली में 2134 कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले सामने आए. जबकि इस अवधि में 57 पीड़ितों ने दम तोड़ दिया. इसके साथ राष्ट्रीय राजधानी में अब कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 38 हजार 958 हो गई है. जिसमें 14 हजार 945 स्वास्थ्य हो चुके है. जबकि 22 हजार 742 सक्रिय मामले हैं. इसके साथ ही मरने वालों का आंकड़ा भी 1271 पहुंच गया है.
दिल्ली के मुख्य उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अनुमान जताया है कि जुलाई के अंत तक दिल्ली में कोरोना रोगियों की संख्या बढ़कर साढ़े पांच लाख तक पहुंच जाएगी. ऐसी स्थिति में संक्रमितों का इलाज करने के लिए दिल्ली में कम से कम 80 हजार बेड की जरुरत पड़ेगी.