नई दिल्ली, 1 फरवरी : दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने पश्चिम बंगाल से दो जालसाजों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने फ्लाइट टिकट रिफंड के बहाने लोगों को ठगा था. एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. आरोपियों की पहचान पश्चिम बंगाल के आसनसोल निवासी मुकेश कुमार शॉ (22) और संदीप शॉ (26) के रूप में हुई है.
पुलिस उपायुक्त (द्वारका) एम. हर्षवर्धन के अनुसार, 4 दिसंबर, 2022 को साइबर पुलिस स्टेशन में एक मामला दर्ज किया गया था, जिसमें शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि उसे एक व्यक्ति का फोन आया, जिसने खुद को कंपनी के कर्मचारी के रूप में पेश किया. ट्रिप डॉट कॉम और शिकायतकर्ता के बेटे की उड़ान रद्द होने के संबंध में रिफंड पाने के लिए कोई कदम उठाने को कहा. डीसीपी ने कहा, "कॉलर ने शिकायतकर्ता को टीम व्यूअर ऐप डाउनलोड करने के लिए प्रेरित किया. इसके बाद उसे एहसास हुआ कि आरोपी व्यक्तियों द्वारा उसके विभिन्न बैंक खातों से अन्य खातों में 17,23,532 रुपये ट्रांसफर किए गए थे. बाद में शिकायतकर्ता ने खुद को ठगा हुआ पाया." यह भी पढ़ें : तेलंगाना में राज्य सरकार के साथ कानूनी लड़ाई में राजभवन की जीत हुई: राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन
जांच के दौरान हितग्राही के बैंक खाते की जानकारी प्राप्त की गई. कथित नंबर का कॉल डिटेल रिकॉर्ड पुलिस ने हासिल किया और उसका विश्लेषण किया. डीसीपी ने कहा, तकनीकी विश्लेषण और निगरानी के आधार पर यह पाया गया कि केनरा बैंक के एक बैंक खाते में 3,85,093 रुपये ट्रांसफर किए गए थे, जो एक मुकेश के नाम पर पंजीकृत पाया गया. यह भी पाया गया कि कई अन्य बैंक खाते भी पंजीकृत थे. पुलिस ने मुकेश के घर पर छापेमारी की और दक्षिण आसनसोल थाने की स्थानीय टीम की मदद से उसे गिरफ्तार कर लिया गया
पूछताछ करने पर मुकेश ने खुलासा किया कि वह संदीप के साथ अन्य आरोपियों अमित उर्फ अगम बरनवाल और इस्माइल अंसारी को डेबिट कार्ड मुहैया कराता था. इस मामले में संदीप को गिरफ्तार भी किया गया था. हर्षवर्धन ने कहा, "दोनों अमित से अपना हिस्सा प्राप्त करते थे. कई बैंक खाते थे जो आरोपी मुकेश के नाम पर पंजीकृत थे, जिसमें उन्हें पूरे भारत से धोखाधड़ी की रकम मिलती थी."
अधिकारी ने कहा कि इस्माइल अंसारी, जो झारखंड के गोपी बांध का रहने वाला है, फ्लाइट टिकट रद्द करने पर उन्हें रिफंड देने के नाम पर लोगों को कॉल करता था. डीसीपी ने कहा, "अमित डेबिट कार्ड की व्यवस्था करता था और इस्माइल को नकदी मुहैया कराता था. मुकेश बैंक खाते मुहैया कराता था और एटीएम से नकदी भी निकालता था." उन्होंने कहा कि इस्माइल और अमित का पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं.