COVID-19 Vaccine: स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने लाल किले की प्राचीर पर तिरंगा (Tricolour) फहराकर देशवासियों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कोरोना वायरस वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) को लेकर एक बड़ी जानकारी साझी की है. उन्होंने बताया कि भारत में कोरोना की एक नहीं, दो नहीं, बल्कि तीन-तीन वैक्सीन इस समय टेस्टिंग चरण में है. प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में कोरोना की तीन वैक्सीन का ट्रायल (3 Vaccines Are Under Trial) जारी है, जैसे ही वैज्ञानिकों से हरी झंडी मिलेगी, वैसे ही देश में उन वैक्सीन का बड़े पैमाने पर उत्पादन करने की तैयारी भी है.
दरअसल, कोरोना संकट के बीच 74वें स्वतंत्रता दिवस (74th Independence Day) पर लाल किले की प्राचीर पर झंडा फहराने के बाद पीएम मोदी ने कोरोना महामारी का जिक्र करते हुए कहा कि देश आज एक विशेष संकट से गुजर रहा है, जिसके कारण स्वतंत्रता दिवस पर आज यहां बच्चे नहीं आए हैं. इस अवसर पर उन्होंने कोविड-19 मरीजों की सेवा में जुटे तमाम डॉक्टरों, नर्सों और फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स को सलाम किया, साथ ही कोविड-19 वैक्सीन के जल्द आने की उम्मीद जताई है.
देखें ट्वीट-
Today three vaccines are in testing stages in India. As soon as the scientists give a green signal, the country will begin their large scale production: PM Narendra Modi at the Red Fort on #IndependenceDay pic.twitter.com/gMrhSYjQwp
— ANI (@ANI) August 15, 2020
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज से नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन शुरु होने जा रहा है जो भारत के हेल्थ सेक्टर में नई क्रांति लाएगा. बता दें कि हाल ही में रूस ने कोरोना वैक्सीन बनाने का दावा किया है, लेकिन उसके दावे पर विश्व स्वास्थ्य संगठन और अमेरिका की तरफ से विश्वास नहीं जताया जा रहा है. ऐसे में अब एक बार फिर से भारत पर उम्मीदें टिक गई हैं, क्योंकि भारत इससे पहले भी कई बीमारियों के वैक्सीन बना चुका है. यह भी पढ़ें: Independence Day 2020: लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने कही ये 10 क्रांतिकारी बातें, जिससे देश बनेगा ‘आत्मनिर्भर’
गौरतलब है कि देश में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 65 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं, जिसके बाद संक्रमितों की तादात बढ़कर 25,26,193 हो गई है, जबकि अब तक इस संक्रमण की चपेट में आने से 49,036 मरीजों की मौत हुई है. पूरी दुनिया में भारत अमेरिका और ब्राजील के बाद तीसरे स्थान पर है, लेकिन यहां राहत की बात यह है कि देश में रिकवरी रेट 70 फीसदी से अधिक है और इस संक्रमण से होने वाली मौतों की दर भी दूसरे देशों की तुलना में काफी कम है.