COVID-19 in Jagannath Temple: ओडिशा के जगन्नाथ पुरी मंदिर में कोरोना वायरस का प्रकोप, 351 सेवादार और 53 कर्मचारी हुए संक्रमित
जगन्नाथ मंदिर (फाइल फोटो )

COVID-19 in Jagannath Temple: एक ओर जहां कोरोना संकट (Corona Crisis) के बीच देश के धार्मिक स्थलों (Religious Places) को खोलने की प्रक्रिया जारी है तो वहीं दूसरी तरफ ओडिशा (Odisha) के पुरी स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर (Lord Jagannath Temple) में कोरोना वायरस के प्रकोप (Coronavirus Outbreak) की खबर सामने आ रही है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, मंदिर के 400 से अधिक पुजारी और अधिकारी कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. मंदिर के 351 सेवादार (Servitors) और 53 कर्मचारियों (Employees) की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (Shree Jagannath Temple Administration) के प्रशासक अजय जेना ने कहा कि 12वीं शताब्दी के इस मंदिर की सेवा में लगे कुल 404 लोगों ने कोरोना वायरस के लिए सकारात्मक परीक्षण किया है. उन्होंने कहा कि इतने सारे सेवादारों की अनुपस्थिति के बावजूद भगवान जगन्नाथ की पूजा और उससे जुड़े सभी अनुष्ठान सामान्य रूप से जारी हैं.

कोविड-19 महामारी के कारण जगन्नाथ मंदिर मार्च से ही श्रद्धालुओं के लिए बंद है. अधिकारी ने कहा कि अधिकांश सेवक कोविड-19 पॉजिटिव होने के बाद होम आइसोलेशन में हैं और अनुष्ठान के लिए अनुभवी व जानकार लोगों की कमी है. एक देवता की पूजा के लिए कम से कम 13 पुजारियों के एक समूह की आवश्यकता होती है. ऐसे में भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा की पूजा के लिए अन्य सेवादारों के अलावा 39 पुजारियों की उपस्थिति आवश्यक है.

पुरी जगन्नाथ मंदिर की विशिष्टता यह है कि अनुष्ठान एक-दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं. जगन्नाथ संस्कृति के शोधकर्ता भास्कर मिश्रा ने कहा कि अगर एक अनुष्ठान नहीं किया जाता है तो मंदिर की परंपरा के अनुसार दूसरा अनुष्ठान भी नहीं किया जा सकता है. अगर आनेवाले दिनों में संक्रमितों की संख्या बढ़ती है तो इससे समस्या हो सकती है. उन्होंने कहा कि मंदिर प्रशासन कनिष्ठ सेवादारों को शामिल करने के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है. यह भी पढ़ें: Jagannath Rath Yatra 2020: पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद समेत इन दिग्गज नेताओं ने भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा पर देश वासियों को दी बधाई

पुरी जिले में अब तक कुल 9,704 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं, जिनमें से 1,255 मामले अकेले पुरी नगर पालिका क्षेत्र से हैं. जिले में हुई 52 मौतों में से 9 पुरी नगर पालिका क्षेत्र से हैं. जिला स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि पुरी शहर के नौ में से कम से कम तीन लोग मंदिर की रस्मों में लगे हुए हैं. प्रशासन ने भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथयात्रा में लगे सभी सेवकों का कोविड-19 परीक्षण किया था, तब केवल दो सेवकों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी.

इस बीच राज्य सरकार ने एक हलफनामें में ओडिशा हाईकोर्ट को बताया कि कोविड-19 महामारी के तहत भक्तों के लिए पुरी में श्री जगन्नाथ मंदिर व अन्य मंदिरों को खोलना संभव नहीं है. गौरतलब है कि मार्च  से ही मंदिर के कपाट भक्तों के लिए बंद हैं. राज्य सरकार ने कहा कि पुरी में जगन्नाथ मंदिर के गर्भगृह में पर्याप्त जगह नहीं है और ऐसे में अगर मंदिर को भक्तों के लिए खोला गया तो कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ सकता है.