तिरुवनंतपुरम: कोरोना वायरस (COVID-19) की दूसरी लहर अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है. इस बीच केरल (Kerala) में कोरोना के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं. केरल में बढ़ते संक्रमण ने राज्य और केंद्र सरकार की चिंता बढ़ा दी है. केरल में लगातार कोरोना संक्रमण का ग्राफ ऊपर जा रहा है. पिछले 24 घंटे में राज्य में कोरोना संक्रमण के 22,056 नए मामले सामने आए और 131 लोगों की मौत हुई. राज्य में कोरोना के 1,49,534 सक्रिय मामले हैं. ICMR ने 11 राज्यों में कराया सीरो सर्वे, देश में दो-तिहाई आबादी में विकसित हुई कोरोना वायरस की एंटीबॉडी.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, ताजा मामलों में 50 फीसदी से अधिक मामले केरल से ही आ रहे हैं और पिछले चार हफ्तों से लगातार बढ़ता संक्रमण डराने वाला है. इस बीच खबर आ रही है कि केंद्र राज्य में कोविड की स्थिति की समीक्षा के लिए विशेषज्ञों की एक और टीम भेजेगा.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से अब राज्य सरकार को सुपर स्प्रेडर इवेंट पर रोक लगाने को कहा है. केंद्र ने राज्य से कहा है कि COVID प्रबंधन के लिए सख्त कदम उठाए जाएं. बता दें कि देश में इस वक्त करीब 4 लाख एक्टिव केस हैं, इनमें से डेढ़ लाख मामले केरल से ही हैं.
चार सप्ताह से लगातार बढ़ रहे मामले
जून के आखिरी हफ्ते में केरल में कोरोना के औसत नए मामले घटकर 11 हजार तक पहुंच गए थे. लेकिन, इसके बाद से ही यहां नए मामलों में फिर से बढ़ोतरी देखी गई. एक तरफ देश के अन्य राज्यों में कोरोना की दूसरी लहर खत्म होने की कगार पर है वहीं केरल में बढ़ते मामलों ने केंद्र की चिंता बढ़ा दी है.
11 प्रतिशत से ज्यादा है संक्रमण दर
केरल में कोरोना संक्रमण दर लगातार बढ़ रही है. बुधवार को संक्रमण दर 11.2 प्रतिशत दर्ज की गई. राज्य में सबसे अधिक प्रभावित जिलों में मलप्पुरम में 3931, त्रिशूर में 3005, कोझिकोड में 2400, एर्नाकुलम में 2397, पलक्कड़ में 1649, कोल्लम में 1462, अलाप्पुझा में 1461, कन्नूर में 1179, तिरुवनंतपुरम में 1101 और कोट्टायम में 1067 मामले आए हैं.