
COVID-19: नोएडा में कोरोना संक्रमण को लेकर एक बार फिर चिंता बढ़ गई है. शहर में कोविड-19 से पहली मौत की पुष्टि हुई है और वह भी महज 3.5 साल की एक मासूम बच्ची की. छिजारसी गांव की रहने वाली 3.5 साल की बच्ची को डिहाइड्रेशन की शिकायत के बाद दिल्ली के चाचा नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान उसकी हालत और बिगड़ गई और उसे निमोनिया हो गया. इसी बीच की गई जांच में बच्ची के कोविड संक्रमित होने की पुष्टि हुई. इलाज के तमाम प्रयासों के बावजूद बच्ची की मौत हो गई.
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यह नोएडा में कोरोना से पहली मौत है और इससे इलाके में भय और चिंता का माहौल बन गया है. इसके साथ ही बीते 24 घंटों में कोरोना के 20 नए मामले सामने आए हैं, जिससे जिले में संक्रमितों की कुल संख्या 158 हो गई है.
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छोटी बच्ची की मौत से मचा हड़कंप
यूपी : नोएडा में कोरोना से पहली मौत हुई है। यहां की रहने वाली साढ़े 3 वर्षीय बच्ची डिहाइड्रेशन की शिकायत पर दिल्ली के चाचा नेहरू अस्पताल में भर्ती हुई। जांच में कोरोना की पुष्टि हुई थी। नोएडा में कोरोना के 20 नए केस मिले हैं। अब कुल केस 158 हो गए हैं।
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) June 5, 2025
स्वास्थ्य विभाग ने तेज की निगरानी
बच्ची की मौत की जानकारी अस्पताल प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल पर साझा की, जिसके बाद विभाग ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी. डिप्टी CMO डॉ. टीकम सिंह ने बताया कि बच्ची का इलाज किया जा रहा था, लेकिन तबीयत बिगड़ने पर वह नहीं बच सकी. अब स्वास्थ्य विभाग स्थिति पर नजर बनाए हुए है और संक्रमण को रोकने के लिए हर संभव उपाय कर रहा है.
158 संक्रमित, 151 एक्टिव केस
नोएडा में अब तक कुल 158 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं. इनमें 94 पुरुष और 64 महिलाएं शामिल हैं. फिलहाल 151 केस एक्टिव हैं, यानी इन मरीजों का इलाज चल रहा है. केवल दो मरीज अस्पताल में भर्ती हैं, जबकि 7 लोग पूरी तरह ठीक होकर घर लौट चुके हैं.
जांच व्यवस्था होगी और मजबूत
स्वास्थ्य विभाग ने जिले में कोरोना जांच का दायरा बढ़ाने का निर्णय लिया है. अब प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी कोविड टेस्ट की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. पहले सिर्फ जिला अस्पताल में जांच होती थी, लेकिन अब शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में व्यापक जांच अभियान चलाने की योजना है. इसके लिए जांच किट्स की आपूर्ति भी शुरू कर दी गई है.
लोगों से अपील: सतर्क रहें, जांच जरूर कराएं
स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी प्रकार के लक्षण (जैसे बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ) दिखने पर तुरंत जांच कराएं और खुद को दूसरों से अलग रखें. समय पर इलाज और जांच से संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सकता है.
भूलें न कि कोरोना वायरस अब भी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है. हल्के में लेने की बजाय सतर्कता, जागरूकता और समय पर जांच ही एकमात्र उपाय हैं.