नई दिल्ली:- कोरोना (coronavirus) संकट ने पूरी दुनिया को झकझोर के रख दिया. इस महामारी ने लाखों जिंदगियो को निगल लिया. कोरोना महामारी से निपटने के लिए लंबे समय से दुनिया को वैक्सीन का इंतजार था. वहीं, इस बीच खबर आ रही है कि भारत में 13 या 14 जनवरी से देश में कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम शुरू किया जा सकता है. रिपोर्ट के मुताबिक हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा है कि COVID-19 वैक्सीन मंजूरी मिलने के 10 दिन बाद रोलआउट हो सकती है. इससे पहले DCGI ने कोरोना वैक्सीन को 3 जनवरी रविवार को मंजूरी दी थी.
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा, इमरजेंसी यूज़ अथोराइजेशन जिस दिन हुआ है उसके 10 दिन के भीतर टीकाकरण शुरू होने की पूरी तैयारी है. उन्होंने कहा कि हेल्थ वर्कर और फ्रंट लाइन वर्कर को कोविन प्लेटफॉर्म (वैक्सीनेशन) के लिए अपना पंजीकरण कराने की जरूरत नहीं होगी, उनका डाटा पहले ही रिकॉर्ड किया जा चुका है. इसके अलावा वैक्सीनेशन के लिए सेशन बांटने की पूरी प्रकिया इलेक्ट्रॉनिकली होगी. लाभार्थी को वैक्सीनेशन हुआ ये डिजिटली रिकॉर्ड किया जाएगा और उसे अगला डोज लेने कब आना है इसकी जानकारी भी उसे डिजिटली मिलेगी. COVID-19 Vaccine: कोरोना वैक्सीन पर दोनों कंपनियों का विवाद हुआ खत्म, सीरम इंस्टिट्यूट और भारत बायोटेक की तरफ से जारी हुआ साझा बयान.
ANI का ट्वीट:-
We are prepared to roll out vaccine within 10 days of emergency use authorisation approvals. The final call will be taken by the government: Union Health Secretary Rajesh Bhushan
DGCI gave approval to two vaccines on January 3 pic.twitter.com/g6sWMsX4cG
— ANI (@ANI) January 5, 2021
इस दौरान वैक्सीन लेने के बाद अगर उसका कोई बुरा प्रभाव होता है तो उसकी रियल टाइम रिपोर्टिंग के लिए कोविन वैक्सीन डिलीवरी मैनेजमेंट सिस्टम में प्रावधान किया गया है. कोविन प्लेटफॉर्म हमने भारत में बनाया है लेकिन ये विश्व के लिए है, जो भी देश इसका इस्तेमाल करना चाहेंगे भारत सरकार इसमें उनकी मदद करेगी. बता दें कि भारत में सक्रिय मामले 6 महीने के बाद 2,50,000 से कम हो गए हैं. पिछले 11 दिनों से कोरोना से रोज 300 से कम लोगों की मौत हो रही है. पॉजिटिविटी रेट 6% से भी कम हो गया है.