नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus Pandemic) महामारी का प्रकोप देश में लगातार बढ़ रहा है. कोविड-19 (COVID-19) की जब तक वैक्सीन मार्केट में नहीं आती है तब तक हालात सुधरने वाले नहीं है. कोरोना के कारण देश में लॉकडाउन (Lockdown) लगाया गया था. कोरोना के चलते कई फैक्ट्रियां बंद हो गई हैं. इसके साथ ही कई लोगों की नौकरी चली गई. हालांकि इन सबके बीच अच्छी खबर यह है कि पीएफ (Employee Provident Fund Organisation) का पैसे से लाखों लोगों की दिक्कतें कम हुई हैं. कोरोना महामारी के दौरान लाखों लोगों ने अपने पीएफ (PF) के पैसों को निकाला है.
बता दें कि पहले लॉकडाउन मार्च महीने में लगा था. इसके साथ ही इकनॉमिक टाइम्स की मानें तो अप्रैल से जुलाई महीने तक 80 लाख सब्सक्राइबर्स ने ईपीएफओ से 30 हजार करोड़ रुपये निकाले हैं. ईपीएफओ के सब्सक्राइबर्स की संख्या करीब 6 करोड़ है. साथ ही यह करीब 10 लाख करोड़ का फंड मैनेज करता है. यह भी पढ़ें-EPF Withdrawal: ईपीएफओ ने दावों को फटाफट निपटाने के लिए किया AI टूल लॉन्च
वहीं इतनी बड़ी संख्या में पैसे निकालने को लेकर माना जा रहा है कि सामान्य हालात में इतना फंड कोई नहीं निकालता है. दरअसल लाखों लोगों की नौकरी जाने या या फिर सैलरी में कटौती होने के चलते लोगों ने निकाला है. इससे पहले ईपीएफओ ने लोगों के पैसे जल्दी निपटाने के लिए AI टूल लॉन्च किया था.
उल्लेखनीय है कि देश में कोरोना वायरस से पीड़ितों की संख्या 14 लाख 83 हजार 156 पहुंच गई है. देश में कोरोना के 4 लाख 96 हजार 988 मरीज हैं. कोरोना के चलते 33 हजार 425 लोगों की जान गई है. जबकि 9 लाख 52 हजार 743 लोग कोरोना से जंग जीत चुके हैं.