नई दिल्ली: देश के कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है. श्रम मंत्रालय ने ईपीएफओ (कर्मचारी भविष्य निधि संगठन) सेवाओं को और सरल और तेज बनाने की दिशा में कदम उठाए हैं. श्रम सचिव सुमिता दावरा ने बताया कि 2025 से ईपीएफओ सदस्य अपने पीएफ का पैसा सीधे एटीएम से निकाल सकेंगे.
उन्होंने कहा, "हम क्लेम निपटान की प्रक्रिया को तेज कर रहे हैं और इसे और अधिक आसान बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं. अब सदस्य सीधे एटीएम के माध्यम से बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के अपने पीएफ का पैसा निकाल सकेंगे."
श्रम मंत्रालय ने बताया कि इसके लिए आईटी सिस्टम को उन्नत किया जा रहा है. जनवरी 2025 तक इस नई सुविधा को लागू करने का लक्ष्य है. वर्तमान में ईपीएफओ के 70 मिलियन से अधिक सक्रिय योगदानकर्ता हैं.
गिग वर्कर्स को भी मिलेगी सामाजिक सुरक्षा
सुमिता दावरा ने गिग वर्कर्स के लिए सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इस दिशा में काम उन्नत चरण में है. गिग और प्लेटफॉर्म वर्कर्स के लिए स्वास्थ्य बीमा, भविष्य निधि और विकलांगता सहायता जैसी योजनाएं प्रस्तावित हैं.
गिग वर्कर्स के लिए सामाजिक सुरक्षा का प्रावधान पहली बार 2020 के सामाजिक सुरक्षा कोड में किया गया था. इसके तहत विभिन्न हितधारकों की एक समिति बनाई गई है, जो इस वर्ग के लिए कल्याणकारी योजनाओं का ढांचा तैयार करेगी.
बेरोजगारी दर में गिरावट
सुमिता दावरा ने बताया कि देश में बेरोजगारी दर में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. "2017 में बेरोजगारी दर 6 प्रतिशत थी, जो अब घटकर 3.2 प्रतिशत पर आ गई है."
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि श्रम बल भागीदारी दर और कार्यबल भागीदारी अनुपात में भी सुधार हो रहा है. "वर्तमान में कार्यबल भागीदारी अनुपात 58 प्रतिशत पर है और इसमें लगातार वृद्धि हो रही है."
इस नई पहल से ईपीएफओ सेवाओं के डिजिटलीकरण और गिग वर्कर्स को सामाजिक सुरक्षा मिलने की दिशा में बड़ा कदम उठाया जा रहा है.