खतरनाक कोरोनावायरस (Coronavirus) के भारत में 3 नए पॉजिटिव केस मिलने के बाद केंद्र सरकार ने इससे बचाव की दिशा में कम शुरू कर दिया है. मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोनावायरस को लेकर तैयारियों के बारे में समीक्षा की. पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'कोरोनावायरस पर तैयारियों के बारे में व्यापक समीक्षा की थी. अलग-अलग मंत्रालय और राज्य मिलकर काम कर रहे हैं, जो भारत में आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग से लेकर शीघ्र चिकित्सा सुविधा मुहैया करा रहे हैं. घबराने की जरूरत नहीं है.' पीएम मोदी ने लिखा कि घबराने की जरूरत नहीं है. लेकिन हमें इससे लड़ने के लिए एक साथ काम करना होगा, कुछ अहम कदम सभी को उठाने होंगे जिससे सावधानी बरती जाए.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत में तीन पॉजिटिव मामलों की पुष्टि की है. इसके अलावा मंगलवार को आगरा में 6 अन्य मामलों का पता चला है. ये वही लोग हैं जो दिल्ली के मरीज के संपर्क में आए थे. इन लोगों को अलग रखा गया है और इनके सैंपल परीक्षण के लिए पुणे भेजे गए हैं. यह भी पढ़ें- सीएम अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी से की मुलाकात, दिल्ली हिंसा और कोरोनावायरस पर की चर्चा
यहां देखें पीएम मोदी का ट्वीट-
There is no need to panic. We need to work together, take small yet important measures to ensure self-protection. pic.twitter.com/sRRPQlMdtr
— Narendra Modi (@narendramodi) March 3, 2020
पीएम मोदी ने अपने इस ट्वीट के साथ कुछ सुझाव भी दिए, वायरस को देखते हुए ये सावधानी जरूर बरतें.
- बार-बार हाथ धोने की जरूरत है.
- सार्वजनिक जगहों पर जाने से बचना चाहिए.
- आंख-नाक-मुंह को ना छुएं.
- खांसने और छींकने पर मुहं को ढकें. स्वछता का ध्यान रखें.
- बुखार-खांसी-सांस लेने में तकलीफ हो तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें.
कोरोना वायरस कितना खतरनाक हो चुका है उसका अंदाजा इस बात से लागाया जा सकता है कि दुनिया में इस रोग से मरने वालों की संख्या 3000 के पार हो चुकी है और 88 हजार से अधिक लोग इससे संक्रमित हैं. कोरोनावायरस को लेकर की सरकार ने संक्रमण की पहचान और जांच की कोशिशें तेज कर दी है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस वायरस को कोविड-19 नाम दिया है. कोरोनावायरस 70 देशों में फैल चुका है. इस जानलेवा वायरस 88,000 से अधिक लोगों को संक्रमित कर चुका है, जिसमें से अकेले चीन में 80,000 से ज्यादा मामले हैं. इससे पहले केरल में कोरोना वायरस से संक्रमित तीन केस सामने आए थे. तीनों मरीजों को अस्पताल में अलग रखकर इलाज किया गया था. बाद में उन्हें असप्ताल से छुट्टी दे दी गई थी.