देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. पिछले 24 घंटों में कोरोना के 194 नए मामले सामने आए हैं. इसी के साथ भारत में इस वायरस से पीड़ित लोगों की संख्या 900 के आंकड़े को पार कर चुकी है. देशभर में कोविड-19 की वजह से अब तक 22 मौते हो चुकी हैं. वहीं, 79 लोग अब तक इस बीमारी से ठीक हुए हैं. देश में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है लेकिन इस बीच भी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. मौत का ताजा मामला तेलंगाना से है. कोरोना वायरस से इस समय ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र और केरल हैं. कोरोनावायरस खतरे को देखते हुए सरकार ने गुरुवार को 1.70 लाख करोड़ रुपये से अधिक के राहत पैकेज की घोषणा की.
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से प्रधानमंत्री राहत कोष में दान करने की अपील की है. यह राहत कोष भविष्य में मौजूदा संकट जैसी स्थिति से निपटने में काम में लाया जाएगा. पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा कि लिंक में राहत कोष से जुड़ी सारी जानकारी है. यह राहत कोष छोट-छोटे दान भी स्वीकार करता है. पीएम मोदी ने कहा कि यह राहत कोष आपदा प्रबंधन की क्षमता को मजबूत करेगा और नागरिकों को सुरक्षा को लेकर किए जा रहे शोध में काम में लाया जाएगा. पीएम मोदी ने अपील की है कि आइए भारत को एक स्वस्थ देश और आगे आने वाली पीढ़ियों के लिए समृद्ध बनाने में कोई कसर न छोड़ें.
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वहीं सरकार की तरफ से लागू किये गए लॉकडाउन के बाद हजारों की संख्या में मजदूर पैदल ही अपने-अपने गांव की तरफ निकल पड़े हैं. लॉकडाउन की वजह से उन्हें काम नहीं मिल रहा है इसलिए वो अपने गृह राज्य लौट रहे हैं. शनिवार को गृहमंत्रालय ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को आदेश जारी किया है. जिसके तहत राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों से कहा गया है कि मजदूरों के लिए SDRF फंड से राहत शिविरों की व्यवस्था की जाए. उनके लिए अस्थायी आवास, भोजन, कपड़े, चिकित्सा की व्यावस्था भी की जाए.