चेन्नई, 16 जुलाई : कोयंबटूर सशस्त्र नगर बल से जुड़े एक पुलिसकर्मी के आत्महत्या करने के बाद उसके दोस्तों और रिश्तेदारों ने ऑनलाइन रमी गेम को जिम्मेदार ठहराया, जिसका कारण वह था. 29 वर्षीय कलिमुथु ने रिश्तेदारों और दोस्तों सहित अपने परिचित व्यक्तियों से 20 लाख रुपये से अधिक उधार लिया था, और ऑनलाइन रम्मी गेम खेल रहा था, जिसमें उसे भारी नुकसान और कर्ज हुआ था. पुलिसकर्मी ने अपने उधारदाताओं को जितनी जल्दी हो सके भुगतान करने का वादा किया था, लेकिन वह तिथि रेखा को पूरा नहीं कर सका.
अधिकारियों ने आईएएनएस को बताया कि 32 सरकारी विभागों ने गांधीपुरम, कोयंबटूर में एक प्रदर्शनी में अपने उत्पादों और योजनाओं को दिखाने के लिए अपने स्टॉल खोले. प्रदर्शनी में लगा पुलिस स्टॉल स्टॉल में अपने हथियारों का प्रदर्शन कर रहा था और कालीमुथु ड्यूटी पर था. शुक्रवार दोपहर वह ड्यूटी पर अकेला था और उसने डिस्प्ले से एसएलआर गन ली और खुद को पेट में गोली मार ली. कोयंबटूर शहर की पुलिस से जुड़े एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि, गोली पेट से होते हुए पीठ से निकली. गोली की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे उनके सहयोगियों ने कलीमुथु को खून से लथपथ देखा और उन्हें कोयंबटूर के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने सर्जरी की. यह भी पढ़ें : Presidential Election 2022: हम द्रौपदी मुर्मू का सम्मान करते हैं, लेकिन यशवंत सिन्हा को वोट देंगे: संजय सिंह
गोली से उनकी किडनी खराब हो गई थी और दवाओं का भी कोई असर नहीं हो रहा था. आज सुबह उनकी मौत हो गई. तमिलनाडु के विरुधुनगर जिले के रहने वाले कालीमुथु के परिवार में उनकी पत्नी सलाई थिलनैकाई और 4 और 3 साल की उम्र के दो बच्चे हैं. यह ध्यान दिया जा सकता है कि ऑनलाइन रमी पर प्रतिबंध लगाने के लिए राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों से कई लोगों की मौत हुई है. पीएमके संघर्ष में सबसे आगे रही है और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, डॉ. अंबुमणि रामदास ने आंदोलन की एक कड़ी का आह्वान किया है, अगर सरकार कई लोगों की जान लेने वाले ऑनलाइन रम्मी गेम पर प्रतिबंध लगाने के लिए तत्काल कदम उठाती है.