सांसद-विधायकों के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ ने की बरेली व देवीपाटन मंडल के विकास कार्यों की समीक्षा
CM Yogi (Photo Credit : Twitter)

लखनऊ: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने बुधवार को बरेली (Bareilly) और देवीपाटन मंडल (Devipatan Mandal) की समीक्षा की. एक-एक कर जनपद बरेली, पीलीभीत (Pilibhit), शाहजहांपुर (Shahjahanpur), बदायूं (Badaun), गोंडा (Gonda), श्रावस्ती (Shravasti), बहराइच (Bahraich) और बलरामपुर (Balrampur) जिलों आए सांसद व विधायक गण से उनके क्षेत्र की विकास योजनाओं की जानकारी ली. सांसद और विधायक गणों के साथ प्रदेशहित में संचालित विकास परियोजनाओं की पड़ताल की जारी श्रंखला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को विशेष बैठक में मुख्यमंत्री ने शीतलहर के बीच आम जनमानस के साथ-साथ खेती-किसानी और गोवंश आदि की सुरक्षा के लिए की गई व्यवस्थाओं के बारे में पूछा और आवश्यकतानुसार दिशा-निर्देश भी दिए.

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के 'ट्रेड, टेक्नोलॉजी और टूरिज्म' मंत्र को आत्मसात कर उत्तर प्रदेश समृद्धि के नए सोपान चढ़ रहा है. बेहतर कानून-व्यवस्था तथा नीतिगत सुधारों के माध्यम से आज देश-दुनिया में निवेश का श्रेष्ठतम गंतव्य बनकर उभरा है. बरेली मंडल का हर जिला औद्योगिक विकास की अपार संभावनाओं से भरा है. Bihar Education Minister On Ramcharitmanas: 'रामचरितमानस नफरत फैलाने वाला ग्रंथ', बिहार के शिक्षा मंत्री का विवादित बयान

बरेली, बदायूं, पीलीभीत और शाहजहांपुर सहित जिलों में बहुत पोटेंशियल है. देवीपाटन मंडल के हर जिले में पर्याप्त लैंडबैंक है. इको पर्यटन की बड़ी संभावना है. जनप्रतिनिधि के रूप में आप अपने क्षेत्र के ब्रांड एम्बेसेडर हैं. इन खूबियों से देश-दुनिया को परिचय कराने के लिए आपको ठोस प्रयास करना होगा.

उन्होंने कहा कि आगामी 10-12 फरवरी को उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है. समिट से पहले दुनिया भर के निवेशकों को उत्तर प्रदेश में निवेश का आमंत्रण देने की हमारी कार्ययोजना को आशातीत सफलता मिली है. 16 राष्ट्रों में हुए रोड शो से 7 लाख 12 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश का मार्ग प्रशस्त हुआ है.

विदेश में रोड शो की सफलता के बाद अब देश के प्रमुख महानगरों में उद्योग जगत को आमंत्रित करने रोड शो का आयोजन हो रहा है. जीआईएस-2023 ऐतिहासिक होने जा रहा है.  व्यापक निवेश से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होंगे, जिसका सीधा लाभ हमारे युवाओं को मिलेगा.

योगी ने कहा कि विदेशी और घरेलू निवेशक रोड शो से प्रेरणा लेते हुए अनेक जनपदों ने जिला स्तर पर निवेशक सम्मेलन आयोजित किए और हजारों करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त किए. ऐसे ही प्रयास बरेली और देवीपाटन मंडल में भी किये जाने चाहिए.

उन्होंने कहा कि जनपदीय निवेशक सम्मेलन के आयोजन के लिए सांसद के नेतृत्व में विधायक गण कमान संभालें, जिला प्रशासन, औद्योगिक अवस्थापना विभाग, इन्वेस्ट यूपी और मुख्यमंत्री कार्यालय से सहयोग लें. अपने क्षेत्र के उद्यमियों, व्यापारियों, प्रवासी जनों से संवाद-संपर्क बनाएं. उन्हें प्रदेश सरकार की औद्योगिक नीतियों, सेक्टोरल पॉलिसी की जानकारी दें.

योगी ने कहा कि सांसद-विधायक गण प्रदेश सरकार की नई औद्योगिक नीतियों का व्यापक प्रचार प्रसार करें. स्थानीय विश्वविद्यालय/ महाविद्यालयों/पॉलिटेक्निक/आईटीआई में युवाओं के बीच इन पर परिचर्चा कराई जाए. जनप्रतिनिधिगण इन कार्यक्रमों में प्रतिभाग करें.

उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि गण क्षेत्र में संचालित विकास परियोजनाओं का निरीक्षण करते रहें। यह योजनाएं स्थानीय जनप्रतिनिधियों की छवि निर्माण में सहायक हैं. गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करने में जनप्रतिनिधियों को योगदान करना होगा.

कहा कि निराश्रित गोवंश संरक्षण के लिए राज्य सरकार के स्तर पर निराश्रित गो-आश्रय स्थल निर्माण, सहभागिता योजना, तथा कुपोषित परिवारों को गाय उपलब्ध कराने की तीन योजनाएं चल रही हैं. जनप्रतिनिधियों को रुचि लेकर इन योजनाओं का प्रचार-प्रसार करना चाहिए। संभ्रांत परिवारों को भी गो-पालन के प्रति प्रेरित किया जाना चाहिए. गौ-आधारित प्राकृतिक खेती से किसानों को जोड़ने का प्रयास करें.

कहा कि निराश्रित गोवंश प्रबंधन में हर जनप्रतिनिधि का सहयोग आवश्यक है. बरेली इस दिशा में एक मॉडल प्रस्तुत कर सकता है. छोटे-छोटे गो-आश्रय स्थलों के स्थान पर बड़े आश्रय स्थल का विकास किया जाना उचित होगा. प्रबंधन की ²ष्टि से यह उपयोगी होगा.

उन्होंने कहा कि बलरामपुर में भारतरत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा महाविद्यालय का निर्माण अंतिम चरण में है. इस महाविद्यालय के बन जाने के बाद बलरामपुर जिले और नेपाल बॉर्डर से सटे लोगों को बड़ी सुविधा होगी.

योगी ने कहा कि तुलसीपुर में मां पाटेश्वरी का पावनधाम है. यहां वर्ष भर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आवागमन होता है. यहां बस स्टेशन की आवश्यकता है. उन्होंने गांवों में अंत्येष्टि स्थलों के विकास आवश्यक है. इसी प्रकार कस्बों में बस स्टेशनों के जीर्णोद्धार की भी जरूरत है.