मुख्यमंत्री केजरीवाल को राष्ट्रवाद सीखने के लिए आरएसएस मुख्यालय जाना चाहिए: बीजेपी सांसद
बीजेपी (Photo Credits: Twitter)

नई दिल्ली, 1 मई : बीजेपी के लोकसभा सदस्य परवेश वर्मा ने रविवार को कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को राष्ट्रवाद सीखने के लिए नागपुर में आरएसएस मुख्यालय जाना चाहिए. परवेश वर्मा ने अपनी प्रतिक्रिया आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह की उस टिप्पणी पर दी है, जिसमें वह कहते है, कि केजरीवाल की पार्टी उत्तर प्रदेश में आरएसएस की तर्ज पर 10,000 'शाखाएं ' शुरू करने की योजना बना रही है. ताकि बीजेपी की 'फूट डालो और राज करो' की नीति के खिलाफ लोगों को जागरुक किया जा सके.

इस पर परवेश वर्मा ने कहा, मैं केजरीवाल को राष्ट्रीय राजधानी में झंडेवालान में आरएसएस कार्यालय और नागपुर में मुख्यालय आने के लिए आमंत्रित करता हूं. उन्हें राष्ट्रवाद के बारे में जानने के लिए आरएसएस के पहले, दूसरे और तीसरे वर्ष के पाठ्यक्रम में भी भाग लेना चाहिए क्योंकि कोई सिर्फ तिरंगा पकड़कर राष्ट्रवादी नहीं बन सकता. अगर केजरीवाल सच्ची भावना से आरएसएस का अनुसरण करते हैं, तो वह एक अच्छे इंसान होंगे. यह भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बघेल चार मई से सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों के दौरे पर निकलेंगे

केजरीवाल के राष्ट्रवाद पर सवाल उठाते हुए उन्होंने आगे कहा, राष्ट्रवाद हमारे दिल और दिमाग में होना चाहिए. हम सभी जानते हैं कि केजरीवाल कितने राष्ट्रवादी हैं. वह सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाते हैं, 'द कश्मीर फाइल्स' का विरोध करते हैं, दिल्ली और पटियाला, पंजाब में उनकी सरकार के तहत हुए दंगों के बारे में क्या कहें.

पटियाला हिंसा के लिए आप पर निशाना साधते हुए वर्मा ने आरोप लगाया, आप को पंजाब विधानसभा चुनावों के दौरान खालिस्तान और कनाडा के समर्थकों से धन प्राप्त हुआ था. खालिस्तान समर्थकों ने भगवंत मान को पंजाब का मुख्यमंत्री नहीं माना और जिस तरह से वे दंगा कर रहे थे, पंजाब पुलिस को हल्के में ले रहे थे, उससे साफ था कि खालिस्तानी ताकतों का पुनरुद्धार एक बड़ा खतरा होगा. उत्तर प्रदेश सरकार के लाउडस्पीकरों को हटाने के आदेश के बारे में बात करते हुए वर्मा ने कहा कि वह दिल्ली के उपराज्यपाल को पत्र लिखकर शहर के तीन महापौरों को मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का निर्देश देने का अनुरोध करेंगे.

उन्होंने कहा, हर किसी को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है और मैं इसके खिलाफ नहीं हूं, लेकिन मेरा मानना है कि धर्म का पालन करते समय दूसरों को परेशान नहीं करना चाहिए. आज मैं दिल्ली के उपराज्यपाल को एक अनुरोध के साथ लिख रहा हूं कि शहर के तीन महापौरों को मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का निर्देश दिया जाए. लाउडस्पीकर की आवाज परिसर के भीतर ही सीमित होनी चाहिए. देश भर से लाउडस्पीकरों को हटाया जाना चाहिए.