चंडीगढ़: भारत में प्रतिबंधित चीन ऐप यूसी ब्राउजर (UC Browser) और यूसी न्यूज (UC News) पर गंभीर आरोप लगा है. कंपनी के पूर्व कर्मचारी का आरोप है कि चीनी ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा (Alibaba) के ये दोनों ऐप फर्जी खबरों को बढ़ावा और चीन से जुड़ी नकारात्मक कंटेंट को सेंसर करते थे. कर्मचारी का आरोप है कि उसने जब इसके खिलाफ अवाज उठाई तो उसे गलत तरीके से नौकरी से बाहर कर दिया गया. अब कर्मचारी की शिकायत पर गुरुग्राम (Gurugram) के एक जिला कोर्ट ने अलीबाबा फाउंडर जैक मा (Jack Ma) और करीब दर्जनभर लोगों को समन भेजा है.
मिली जानकारी के मुताबिक कंपनी के पूर्व कर्मचारी पुष्पेंद्र सिंह परमार (Pushpendra Singh Parmar) ने कोर्ट में अपनी याचिका में अलीबाबा ऐप्स पर सेंसरशिप और फर्जी खबरों को फैलाने का आरोप लगाया है. साथ ही कहा है कि इस पर आपत्ति जताने पर उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया. जिसके बाद कोर्ट ने चीन की दिग्गज कंपनी अलीबाबा और उसके संस्थापक जैक मा और अन्य अधिकारियों को समन भेज कोर्ट में हाजिर होने के लिए कहा है. साउथ कोरिया में TikTok पर लगा 1 करोड़ रुपये से ज्यादा का जुर्माना, 14 साल से कम उम्र के बच्चों के डेटा का गलत इस्तेमाल करने का आरोप
अक्टूबर, 2017 तक यूसी वेब में एसोसिएट डायरेक्टर के पद पर काम कर चुके परमार का कहना है कि अलीबाबा ऐसे कंटेंट को सेंसर कर देती थी, जो चीन के खिलाफ होता था. साथ ही यूसी ब्राउजर और यूसी न्यूज सामाजिक और राजनीतिक उथल-पुथल उत्पन्न करने के मकसद से फर्जी खबरें प्रमोट करते थे. इस मामले की सुनवाई दिल्ली से सटे गुरुग्राम की सिविल कोर्ट में हो रही है. कोर्ट ने 29 जुलाई को सभी को व्यक्तिगत रूप से या वकील के जरिए पेश होने के लिए कहा है. हालांकि कंपनी ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं दी है.
यह मामला ऐसे समय में आया है जब कुछ सप्ताह पहले ही भारत ने चीन से संबंध रखने वाले 59 मोबाइल एप पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसमें लोकप्रिय टिकटॉक और यूसी ब्राउजर, यूसी न्यूज जैसे ऐप भी शामिल हैं. सरकार ने कहा कि ये एप देश की संप्रभुता, अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए हानिकारक थे. इसके बाद अलीबाबा ने मुंबई और गुरुग्राम स्थित यूसी के दफ्तरों में काम करने वाले 90 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी कर दी.