कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अगामी लोकसभा चुनावों से पहले सीआरपीएफ के शहीद जवानों के खून से राजनीति करने का आरोप लगाया और दावा किया कि 'केंद्र को 14 फरवरी को पुलवामा में हुए हमले की जानकारी पहले से थी.' आतंकवादी संगठन द्वारा जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर किए गए हमले में शहीद हुए अर्धसैनिक बल के 40 जवानों के परिजनों के प्रति संवेदना जताते हुए बनर्जी ने सवाल उठाया कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 2,500 जवानों को हवाई मार्ग से नहीं भेजा गया और इसके बजाय उनके मार्ग की उचित जांच और नाका जांच किए बिना काफिले में यात्रा करने की अनुमति दी गई.
उन्होंने कहा, "मोदी-बाबू, हमले (पुलवामा हमला) के समय आप कहां थे?"पार्टी की विस्तारित कोर कमेटी बैठक में तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ने कहा, "आपको पहले से पता था कि यह घटना होगी. आपके पास पहले से जानकारी थी."उन्होंने कहा, "केंद्र सरकार के पास इस संबंध में खुफिया जानकारी थी। फिर जवानों को उस दिन हवाई मार्ग से क्यों नहीं जाने दिया गया? काफिले के मार्ग की नाका जांच क्यों नहीं की गई?" उन्होंने कहा, "जवानों को मरने के लिए क्यों छोड़ दिया? यह इसलिए क्योंकि आप चुनावों से पहले मामले का राजनीतिकरण करना चाहते थे. यह भी पढ़े: पुलवामा आतंकी हमला: सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका पर सुनवाई आज, अलगाववादियों और स्थानीय लोगों की जांच कराने की मांग
हमारे जवानों के खून का इस तरह राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए."बनर्जी ने मोदी को ताना मारते हुए दावा किया कि वे (मोदी) शांति के संदेशवाहक होने का नाटक करते हैं वहीं उनकी पार्टी गुप्त रूप से देश में युद्ध समान परिस्थितियां पैदा करना चाहती हैं और दंगा शुरू कर देती है. उन्होंने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लोकसभा चुनावों में अपने पक्ष में मतदान कराने के लिए पश्चिम बंगाल सहित देश भर में ईवीएम मशीनों के साथ छेड़खानी करने की कोशिश कर सकती है. मुख्यमंत्री ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की तीन सदस्यीय समिति बनाई है जो बूथ-स्तरीय कार्यकर्ताओं को ईवीएम और वीवीपैट मशीनों की कार्यप्रणाली समझाने के लिए प्रशिक्षण देगी. यह भी पढ़े: कमांडो, पाक सेना भी कांपती है2019/02/15 पुलवामा आतंकी हमला: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय सेना को दी खुली छूट, अब आतंकियों की खैर नहीं
उन्होंने कहा, "भाजपा ईवीएम से छेड़खानी करने की कोशिश करेगी. मैंने सुना है कि उन्होंने बंगाल में ईवीएम से छेड़खानी करने के लिए किसी निजी कंपनी से संपर्क किया है."उन्होंने कहा, "हमें अपने कार्यकर्ताओं को समझाने की जरूरत है कि ईवीएम और वीवीपैट कैसे काम करती हैं. इस संबंध में मैं एक औपचारिक समिति बना रही हूं। इस समिति में पार्टी नेता दिनेश त्रिवेदी, सौगत रॉय और पार्थ चटर्जी हैं जो जिला स्तरीय नेताओं को ईवीएम और वीवीपैट की कार्यप्रणाली समझाएंगे."