रायपुर: छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे को सामने रखकर चुनाव लड़ा, जिसका फायदा पार्टी को मिला. प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस के वादों के सामने अपनी ‘गारंटी’ को लोगों के सामने रखा और कहा कि “मोदी की गारंटी मतलब वादों को पूरा करने की गारंटी” है. राज्य में अपने चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस सरकार पर आक्रामक रहे प्रधानमंत्री ने ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप घोटाले सहित अन्य कथित घोटालों को लेकर भूपेश बघेल सरकार पर जमकर हमला बोला था. Who Will Be New Chhattisgarh CM? बीजेपी जीती तो कौन बनेगा छत्तीसगढ़ का सीएम? लिस्ट में है इन नेताओं का नाम.
राज्य की 90 सदस्यीय विधानसभा में खबर लिखे जाने तक बीजेपी 56 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं कांग्रेस 34 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. राज्य में सात और 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान हुआ था. प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी चुनावी रैलियों में कहा था, “बीजेपी ने बनाया है, बीजेपी ही संवारेगी”
मोदी फैक्टर आया काम
राज्य में हो रही मतगणना में बीजेपी को बहुमत से अधिक सीटों पर बढ़त से प्रतीत होता है कि ‘मोदी फैक्टर’ ने बीजेपी के पक्ष में काम किया है और वह मतदाताओं को अपने पक्ष में लाने में कामयाब रहे हैं.
छत्तीसगढ़ में विधानसभा की 90 सीटें हैं यहां किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत के लिए 46 सीटों की आवश्यकता है. 2018 के विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को 68 सीटों पर जीत मिली थी जबकि 15 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी. यहां मतदान दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को मतदान हुआ था.
कक्का का सरकार से जाना पक्का
मुंगेली और महासमुंद में 13 नवंबर को रैलियों को संबोधित करते हुए चुनाव प्रचार के लिए राज्य की अपनी आखिरी रैली में मोदी ने कहा था कि कांग्रेस का एकमात्र लक्ष्य छत्तीसगढ़ को लूटना और अपना खजाना भरना है. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे तथा उनके (बघेल के) रिश्तेदारों पर भी आरोप लगाया था कि उन्होंने और उनके करीबी अफसरों ने पांच साल में छत्तीसगढ़ को लूटा और बर्बाद कर दिया. कथित महादेव सट्टेबाजी ऐप घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री बघेल पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था, “30 प्रतिशत वाले कक्का का सरकार से जाना पक्का हो गया है.”
अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने बनाया था छत्तीसगढ़
मध्य प्रदेश से अलग होने के बाद, छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के दौरान 2000 में किया गया था. पीएम मोदी ने अपनी हर रैलियों में छत्तीसगढ़ के लिए बीजेपी के चुनावी नारे ‘अउ नहीं सहिबो, बदल के रहिबो' (किसी को बर्दाश्त नहीं करेंगे, सरकार बदल देंगे) का इस्तेमाल किया था.
भ्रष्टाचार पर वार
राज्य लोक सेवा आयोग की भर्ती में कथित अनियमितताओं सहित बघेल सरकार में कथित घोटालों को लेकर उन्होंने कहा था कि अगर बीजेपी राज्य में सत्ता में आती है, तो भ्रष्टाचार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. मोदी ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) जनगणना की वकालत करने के लिए भी कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा था कि देश में उनके लिए “गरीब सबसे बड़ी जाति” है.
नौकरी का वादा
बीजेपी ने चुनाव में 2 लाख सरकारी नौकरियों का वादा किया. माना जा रहा है कि युवाओं खासकर पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं ने पीएम मोदी के नाम पर जमकर वोट डाले. माना जा रहा है कि वोटरों को लुभाने के लिए बीजेपी का यह वादा काफी मददगार साबित हुआ. इसके अलावा बीजेपी ने छत्तीसगढ़ में भूमिहीन किसानों और मजदूरों को 10,000 रुपये सालाना देने का वादा किया था.