Chhattisgarh: ममता चंद्राकर के गीतों पर झूमे दर्शक, शिवरीनारायण में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लोगों ने देर रात तक उठाया लुत्फ

मानस गायन राज्य स्तरीय प्रतियोगिता और राम वन गमन पर्यटन परिपथ शिवरीनारायण के पहले चरण के लोकार्पण कार्यक्रम के पहले दिन मेला स्थल में उत्साह का माहौल देखा गया. कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध लोकगायिका और पद्मश्री डॉ ममता चंद्राकर के गीतों ने दर्शकों की खूब तालियां बटोरी.

ममता चंद्राकर (Photo Credits: File Image)

जांजगीर-चांपा: मानस गायन राज्य स्तरीय प्रतियोगिता और राम वन गमन पर्यटन परिपथ शिवरीनारायण के पहले चरण के लोकार्पण कार्यक्रम के पहले दिन मेला स्थल में उत्साह का माहौल देखा गया. यहां आयोजित संध्याकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम (Cultural Programme)  को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखा गया. कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की प्रसिद्ध लोकगायिका और पद्मश्री डॉ ममता चंद्राकर (Mamta Chandrakar) के गीतों ने दर्शकों की खूब तालियां बटोरी. उनके गीतों को सुनकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए और इस कार्यक्रम का लुत्फ उठाया.

दरअसल, कार्यक्रम में डॉक्टर ममता चंद्राकर ने छत्तीसगढ़ के राजगीत से अपने गीतों के श्रृंखला की शुरूआत की और एक के बाद एक कई मनमोहक गीत गाकर उपस्थित लोगों को भी गुनगुनाने पर मजबूर कर दिया. कार्यक्रम में चिन्हारी नाचा पार्टी भी अपने नृत्य और संगीत से लोगों का खूब मन मोहा. कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि राजेश्री महंत डॉ रामसुंदर दास, संस्कृति और पर्यटन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी सहित बड़ी संख्या में दर्शकगण मौजूद थे. यह भी पढ़ें: Ram Navani 2022: श्रीराम नवमी के दिन इस विधि से करें प्रभु राम का ध्यान, जीवन के सारे संकटों का होगा समाधान!

आपको बता दें कि पद्मश्री डॉ ममता चंद्राकर छत्तीसगढ़ की सुविख्यात लोकगायिका हैं और इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की कुलपति हैं. उनके गीतों को लोग काफी पसंद करते हैं. हाल ही में ममता चंद्राकर के स्वर में एक बेहतरीन लोकगीत 'तंय हा आ जाना राजा' को रिलीज किया गया था. पद्मश्री डॉ. ममता चंद्राकर की लोकगीतों में अपनी अलग ही विशेषज्ञता है, उनके लोकगीत लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हैं.

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