नई दिल्ली, 15 अप्रैल: केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) में स्थानीय युवाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए गृह मंत्रालय ने सीएपीएफ के लिए हिंदी और अंग्रेजी के अलावा 13 क्षेत्रीय भाषाओं में कांस्टेबल (जनरल ड्यूटी) परीक्षा आयोजित करने को मंजूरी दी है. प्रश्नपत्र असमिया, बांग्ला, गुजराती, मराठी, मलयालम, कन्नड़, तमिल, तेलुगू, ओडिया, उर्दू, पंजाबी, मणिपुरी और कोंकणी सहित 13 क्षेत्रीय भाषाओं में सेट किया जाएगा. इस निर्णय के परिणामस्वरूप लाखों उम्मीदवार अपनी मातृभाषा या क्षेत्रीय भाषा में परीक्षा में भाग लेंगे और चयन के लिए उनकी संभावनाओं में सुधार होगा.
अधिकारियों ने कहा कि गृह मंत्रालय और कर्मचारी चयन आयोग कई भारतीय भाषाओं में परीक्षा के संचालन की सुविधा के लिए मौजूदा समझौता ज्ञापन पर एक परिशिष्ट पर हस्ताक्षर करेंगे. कांस्टेबल जीडी देशभर से लाखों उम्मीदवारों को आकर्षित करने वाले कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित प्रमुख परीक्षाओं में से एक है. हिंदी और अंग्रेजी के अलावा 13 क्षेत्रीय भाषाओं में परीक्षा 01 जनवरी 2024 से आयोजित की जाएगी.
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों से स्थानीय युवाओं को अपनी मातृभाषा में परीक्षा देने के इस अवसर का उपयोग करने और देश की सेवा में करियर बनाने के लिए बड़ी संख्या में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एक व्यापक अभियान शुरू करने की उम्मीद है. मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में कहा, "गृह मंत्रालय क्षेत्रीय भाषाओं के उपयोग और विकास को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है."