Bird Flu In Patna: भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के आंकड़े लगातार बढ़ते जा रहे हैं. कोविड-19 महामारी (COVID-19 Pandemic) की रोकथाम के लिए एक ओर जहां देशभर में 21 दिनों का लॉकडाउन (Lockdown) है तो वहीं बिहार (Bihar) की राजधानी पटना (Patna) में बर्ड फ्लू (Bird Flu) संक्रमण के कुछ मामले सामने आने से हड़कंप मच गया है. बता दें कि हाल ही में शहर के विभिन्न इलाकों में मरे हुए कौवों और अन्य पक्षियों की जांच रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है, जिसके बाद यहां लोगों पर कोरोना वायरस के साथ-साथ बर्ड फ्लू संक्रमण का खतरा भी मंडराने लगा है. यहां एक पोल्ट्री फॉर्म में जांच के बाद बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद वेटनरी ऑफिसरों ने माना कि पटना में बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है.
कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच बिहार में बर्ड फ्लू के कुछ मामले सामने आने के बाद पोल्ट्री फॉर्म में मौजूद मुर्गियों को मारा जा रहा है. राजधानी पटना में बिहार पशुपालन विभाग ने सैकड़ों मुर्गों और मुर्गियों को मारकर दफनाया है. दरअसल, बर्ड फ्लू से संक्रमित पक्षी के संपर्क में आने के बाद यह रोग इंसानों में फैल जाता है.
देखें ट्वीट-
Bihar Animal Husbandry Department yesterday culled & disposed over hundreds of chicken in Patna after cases of bird flu reported in the state. pic.twitter.com/5jl7qui1mC
— ANI (@ANI) March 28, 2020
जिन इलाकों से बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं वेटनरी डॉक्टरों की टीम ने उन प्रभावित इलाकों को सर्विलांस पर रखा है. यहां दवाइयों का भी छिड़काव किया गया है. अब केंद्र सरकार की गाइडलाइन के हिसाब से मुर्गे-मुर्गियों को मारने का काम किया जा रहा है. इसके साथ ही पशुपालन विभाग ने एडवाजरी जारी करते हुए लोगों को बीमार मुर्गियों के संपर्क में आने से बचने और पंख आदि को छूने के बाद साबुन से हाथ धोने की हिदायत दी है. यह भी पढ़ें: Coronavirus: पटना में निजी अस्पताल का वार्ड ब्वॉय कोरोना वायरस संक्रमित पाया गया
गौरतलब है कि बर्ड फ्लू संक्रमित पक्षी के मल मूत्र, पंख और दूषित पानी के संपर्क में आने से भी यह संक्रमण इंसानों में फैल सकता है. संक्रमित व्यक्ति में तेज बुखार, जुकाम, सांस लेने में परेशानी, नाक बहने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. इस तरह के लक्षण दिखाई देने पर फौरन डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि वर्तमान समय में लोग लॉकडाउन के चलते अपने घरों में कैद हैं, ऐसे में बर्ड फ्लू के प्रसार की संभावना बेहद कम है.