देश में 9 राज्यों के साथ ही दिल्ली में भी बर्ड फ्लू (Bird Flu) की पुष्टि हो चुकी है. दिल्ली के सभी आठ सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं. दरअसल शुक्रवार को दिल्ली के कई पार्कों में कौवे और बतखों के मरने की खबर के बाद कुछ सैंपल जालंधर के प्रयोगशाला में भेजे गए थे, जहां सभी के सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं. इस बीमारी को और अधिक फैलने से रोकने के लिए पशुपालन विभाग ने प्रभावित राज्यों के लिए सलाह जारी की है.
जनता के बीच फ्लू के बारे में जागरुकता पैदा करने की सलाह
पशुपालन विभाग के मुताबिक देश के प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति की निगरानी के लिए गठित केंद्रीय दल प्रभावित स्थलों का दौरा कर रहे हैं। केंद्रीय टीमों में से एक दल 9 जनवरी को केरल पहुंचा और यह टीम वर्तमान में इन सभी स्थानों की निगरानी कर रही है तथा महामारी से संबंधित वैज्ञानिक जांच की जा रही है. यह भी पढ़े: Bird Flu को लेकर महाराष्ट्र सरकार भी एक्टिव, नजर रखने के लिए ठाणे नगर निगम ने नियंत्रण कक्ष स्थापित किया
एक अन्य केंद्रीय दल 10 जनवरी को हिमाचल प्रदेश पहुंचा और इसने प्रभावित क्षेत्रों में सर्वेक्षण कार्य किया। राज्यों से जनता के बीच फ्लू के बारे में जागरुकता पैदा करने तथा एवियन इन्फ्लुएंजा के बारे में गलत जानकारी के प्रचार-प्रसार से बचने का भी अनुरोध किया गया है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा गया है कि, जल स्रोतों, ज़िंदा पक्षी बाजारों, चिड़ियाघरों और पोल्ट्री फार्म्स आदि के आसपास निगरानी बढ़ा दी जाए। शवों का उचित निपटान करने तथा मुर्ग़ी पालन केंद्रों में जैव सुरक्षा को मजबूत करने के उपाय किये जाएं.
पोल्ट्री उद्योग से जुड़े लोग रखें ध्यान
इस बारे में आईसीएआर के पूर्व उप महानिदेशक (पशु विज्ञान) डॉ के एम एल पाठक बताते हैं कि हमारे देश में 2006 से बर्ड फ्लू रिपोर्ट हो रहा है और तब से अब तक इंसानों में एक भी केस नहीं आया है। लेकिन जो लोग इस उद्योग से जुड़े हैं उन्हें सतर्क रहने की जरूरत है। जो लोग पोल्ट्री में काम करते हैं और उन्हें दाना डालने जाते है, अंडे लेने जाते हैं तो सबसे पहले ग्लव्स जरूर पहने। फेस मास्क लगाएं, साथ ही जहां उनका हाउसिंग सिस्टम है वहां चूना जरूर डालना चाहिए.
वहीं डॉ पाठक बताते हैं कि अगर मुर्गी या पक्षी मर गए हैं तो उन्हें तुरंत हाथ से न छूएं और नही डिस्पोज करें, बल्कि नजदीक के वेटनरी डॉक्टर, कोई सरकारी या प्राइवेट अस्पताल, वाइल्ड लाइफ जुड़े लोग या फॉरेस्ट विभाग से संबंधित लोगों को सूचना दें.
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कई शोध में पाया गया है कि बर्ड फ्लू का वायरस 70 डिग्री से ऊपर तापमान होने पर मर जाता है। ऐसे में प्रोटीन का सबसे अच्छा साधन अंडा या चिकन है और जो लोग उसे खाते हैं उसे बंद करना जरूरी नहीं है। बल्कि उसे घर में अच्छे से पका कर खाएं। हां, कच्चा अंडा नहीं खाएं, हाफ बॉयल अंडे का भी प्रयोग न करें।