पटना, 4 जनवरी : बिहार (Bihar) की राजधानी पटना सहित राज्य के सभी जिलों में सर्दी का सितम जारी है. वहीं कोहरे ने कहर बरपा रखा है. कोहरे के कारण ²श्यता कम होने के कारण आवागमन पर भी इसका असर दिख रहा है. इस बीच, मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो आने वाले दो-तीन दिनों के भीतर शीतलहर की स्थिति में कोई बड़ा बदलाव होने की उम्मीद कम है.
पटना मौसम विभाग के मुताबिक, बुधवार को पटना और भागलपुर का न्यूनतम तापमान 11.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि गया का न्यूनतम तापमान 11.3 डिग्री और पूर्णिया का 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. विभाग का मानना है कि न्यूनतम और अधिकतम तापमान में बहुत ज्यादा अंतर नहीं रहने के कारण लोग 24 घंटे ठंड का एहसास कर रहे है. उन्होंने कहा कि राज्य में कोल्ड डे की स्थिति बनी हुई है. प्रदेश के अधिकांश जिलों का अधिकतम तापमान 15 से 16 डिग्री सेल्सियम रहने का अनुमान है. यह भी पढ़ें : Weather Update: दिल्ली में छाया घना कोहरा, तापमान गिरकर 4.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा
विभाग ने पूवार्नुमान में कहा है कि अगले दो तीन दिनों में घने कोहरे से मुक्ति मिलने की उम्मीद नही है. पछुआ और उत्तर - पछुआ की गति कुछ कम हुई है. इधर, कोहरे का असर ट्रेनों के परिचालन पर भी दिख रहा है. पटना पहुंचने वाली राजधानी एक्सप्रेस सहित दर्जनों ट्रेनें देर से चल रही हैं. कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है. बिहार में कड़ाके की ठंड में मस्तिष्क और हृदयाघात मरीजों की संख्या बढ़ी है. डॉक्टरों का कहना है कि जिन लोगों को कोरोना संक्रमण हुआ था, उन्हें विशेषकर ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है. इसके अलावा बीपी वाले मरीजों को हर हाल में ठंड से बचना चाहिए.
सूबे के अस्पतालों में ब्रेन हेमरेज के मामले 30 से 40 फीसदी तक बढ़े हैं. सर्द हवाओं के कारण हृदय रोगियों की परेशानी भी बढ़ गई है. चिकित्सकों के मुताबिक, पटना के अस्पतालों में एक सप्ताह में 40 फीसदी ब्रेन हेमरेज के मरीज बढ़े हैं. एक सप्ताह पहले पीएमसीएच में रोज औसतन पांच से छह मरीज इससे पीड़ित होकर पहुंचते थे. वहीं, पिछले तीन दिनों से प्रतिदिन सात से आठ मरीज गंभीर स्थिति में पहुंच रहे हैं. इस बीच, ठंड के कारण पटना सहित अधिकांश जिलों के 10 वीं कक्षा तक के स्कूलों को 7 जनवरी तक बंद कर दिया गया है.