बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के बैरिया इलाके में गैंगरेप की शिकार एक महिला को तीन साल बाद न्याय मिलता दिख रहा है. 16 नवंबर, 2016 को महिला के पति ने अपने चार दोस्तों के साथ मिलकर उसका सामूहिक बलात्कार किया था. घटना के तीन साल बाद आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. मुख्यमंत्री कार्यालय के हस्तक्षेप के बाद मामला दर्ज किया गया है. पुलिस के मुताबिक, “ संग्रामपुर इलाके की रहने वाली एक लड़की की शादी 26 दिसंबर, 2014 को बैरिया के पखनाहा बाजार निवासी तजाद्दीन खान के साथ हुई थी. शादी के कुछ ही दिनों के बाद पीड़िता को प्रताड़ित किया जाने लगा. 18 अगस्त, 2016 को पति बाहर कमाने चला गया था, जो 29 अक्टूबर, 2016 को वापस आया. इसके बाद उसने अपनी पत्नी के सारे आभूषण बेच दिए. ”
इसके बाद 16 नवंबर, 2016 को महिला का पति उसे अपने एक दोस्त के घर पार्टी के लिए लेकर गया. महिला ने बताया कि वहां पहले से ही चार लोग मौजूद थे. इसके बाद वहां उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया. महिला का कहना है कि इसके बाद वह गर्भवती हो गई थी और अपने माएके चली गई थी.
पीड़िता का कहना है कि उसने पहले भी इसकी शिकायत की थी, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसके बाद उसने 29 दिसम्बर, 2019 को बिहार के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस घटना की जानकारी दी. मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों ने 15 जनवरी को पुलिस महानिदेशक को कार्रवाई के लिए निर्देश दिया. सीएमओ से मिले आदेश के बाद पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर 2 मार्च को बैरिया थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है.
बैरिया के थाना प्रभारी अमित कुमार ने बताया, “ पीड़िता के लिखित बयान के आधार पर सामूहिक बलात्कार के आरोप में बैरिया थाना में एक प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है. ”