Bharat Bandh 25 May 2022: ऑल इंडिया बैकवर्ड एंड माइनॉरिटी कम्युनिटीज इम्पॉयीज फेडरेशन ने 25 मई को देशव्यापी बंद का ऐलान किया है. यह बंद केंद्र सरकार के उस फैसले के खिलाफ बुलाया गया है, जिसमे केंद्र ने कहा है कि वह ओबीसी के लिए जाति आधारित जनगणना नहीं कराएगी. Bihar: 32 घंटे बाद रेल चक्का जाम समाप्त, ट्रेनों का परिचालन शुरू
उत्तर प्रदेश में बहुजन मुक्ति पार्टी (बीएमपी) के सहारनपुर जिलाध्यक्ष नीरज धीमान ने कहा कि फेडरेशन जाति आधारित जनगणना के अलावा चुनाव में ईवीएम से चुनाव नहीं कराए जाने की भी मांग कर रहा है. उन्होंने कहा कि प्राइवेट सेक्टर में भी एससी, एसटी, ओबीसी (OBC) आधारित आरक्षण होना चाहिए. BAMCEF द्वारा बुलाए गए देशव्यापी बंद को बहुजन मुक्ति पार्टी, बहुजन क्रांति मोर्चा ने भी अपना समर्थन दिया है. भारत बंद (Bharat Bandh) को सफल बनाने के लिए सोशल मीडिया पर जोरशोर से अभियान चलाया जार हा है.
इन मांगों को लेकर भारत बंद का ऐलान
- केंद्र सरकार ने जाति के आधार पर ओबीसी जनगणना नहीं कराई
- चुनाव में ईवीएम को लेकर हुए धांधली हुई है। ईवीएम का इस्तेमाल बंद हो
- निजी क्षेत्र में एससी/एसटी/ओबीसी आरक्षण लागू हो
- पुरानी पेंशन योजना को फिर से शुरू करने की मांग.
- एनआरसी/सीएए/एनपीआर की कवायद रोकी जाए
- किसानों को एमएसपी की गारंटी देने वाला कानून पेश किया जाए
- ओडिशा और मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण में पृथक निर्वाचक मंडल की मांग की जाए.
- लोगों को टीका लगवाने के लिए मजबूर न किया जाए.
- पर्यावरण संरक्षण की आड़ में आदिवासी लोगों के विस्थापन न हो
भारतीय युवा मोर्चा की ओर से बंद की जानकारी देते हुए कहा गया है कि इस दौरान हमारी अलग-अलग मांग है, जिसे स्वीकार करना चाहिए. भारत बंद का असर सार्वजनिक जनजीवन पर पड़ सकता है. इस दौरान दुकानें और पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद होने की वजह से देश के अलग-अलग शहरों में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.