बेंगलुरु: कर्नाटक (Karnataka) की राजधानी बेंगलुरु में महिला को डायलिसिस (Dialysis) की इजाजत इस कारण नहीं मिली क्योंकि उसकी कोरोना (COVID-19) रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. इसके बाद बीमार महिला अस्पताल के बाहर बेंच पर लेटी रही, इसके बावजूद अस्पताल प्रशासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया. महिला कई घंटों तक एक अस्पताल के बाहर एक बेंच पर लेटी रही. घटना का एक वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. कर्नाटक में मई के पहले सप्ताह तक चरम पर हो सकते हैं कोरोना के मामले: स्वास्थ्य मंत्री.
वीडियो में बेंगलुरु के माल्या अस्पताल (Mallya Hospital) के बाहर एक बेंच पर लेटी हुई महिला को दिखाया गया है और एक व्यक्ति उससे पूछ रहा है कि वह वहां क्यों पड़ी है. वह उसे बताती है कि वह कोरोना पॉजिटिव है और एक डायलिसिस रोगी भी है.
वह उसे यह भी बताती है कि उसे अस्पताल के अंदर जाने की अनुमति नहीं है, क्योंकि वह COVID-19 से संक्रमित है और दोपहर 12.30 बजे से इंतजार कर रही है. वह बसावनगुड़ी के रंगादोर मेमोरियल अस्पताल में शिफ्ट होने से पहले लगभग 6 बजे तक इंतजार करती रही.
यह घटना 12 अप्रैल को हुई. इसके बाद अब लोग माल्या अस्पताल पर सवाल उठा रहे है कि अस्पताल ने महिला को इलाज से इनकार क्यों किया. अस्पताल ने अपनी सफाई में मीडिया से कहा, क्यों कि महिला में कुछ लक्षण दिखाई, इसलिए अस्पताल ने फीवर क्लिनिक में महिला का एंटीजन टेस्ट किया जिसके नतीजे पॉजिटिव आए.
अस्पताल ने कहा कि क्यों कि यहां गैर-कोरोना रोगियों का डायलिसिस चल रहा है, इसलिए उन्होंने महिला को बताया कि वे अपना डायलिसिस यहां नहीं करा पाएंगी और उन्हें किसी कोविड अस्पताल में जाना होगा.