कोलकाता, 3 मार्च : पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के मवेशी तस्करी घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को उसे नई दिल्ली ले जाने से रोकने के आखिरी प्रयास में तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी के बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल ने शुक्रवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया. गुरुवार को पश्चिम बर्दवान जिले के आसनसोल में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एक विशेष अदालत ने ईडी के लिए मंडल को नई दिल्ली ले जाने का रास्ता साफ कर दिया था.
मंडल के वकील ने शुक्रवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति बिबेक चौधरी की एकल न्यायाधीश पीठ से इस संबंध में सीबीआई की विशेष अदालत के आदेश को रद्द करने का अनुरोध किया. पता चला है कि मंडल का एक और वकील इसी तरह की याचिका के साथ दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटा रहा है. वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल कलकत्ता उच्च न्यायालय में मंडल के लिए दलीलें पेश कर रहे हैं. सिब्बल ने अदालत से मामले की फास्ट ट्रैक आधार पर सुनवाई करने की अपील की है. यह भी पढ़ें : झारखंड सरकार ने विधानसभा में 2023-24 के लिए 1.16 लाख करोड़ का बजट पेश किया
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पार्टी के लोकसभा सदस्य दिलीप घोष ने इस घटनाक्रम पर तंज कसते हुए कहा कि मंडल जो भी प्रयास कर लें, अंतत: उन्हें राष्ट्रीय राजधानी जाना ही होगा. घोष ने कहा, वह इस सर्दी के दौरान किसी तरह अपनी दिल्ली यात्रा से बचने में कामयाब रहे. लेकिन वह इससे बच नहीं पाएंगे, जब गर्मी पहले ही शुरू हो चुकी है. तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डॉ संतनु सेन ने मंडल को राष्ट्रीय राजधानी ले जाने के ईडी के कदम के औचित्य पर सवाल उठाया.