नई दिल्ली.नागरिकता कानून (Citizenship Amendment Act) और एनआरसी (NRC) को लेकर देश में लगातार विरोध शुरू है. बावजूद इसके केंद्र सरकार ने इस कानून को लागू कर दिया है. सीएए को लेकर देश के कई हिस्सों से हिंसक घटनाएं भी सामने आयी हैं. दूसरी तरफ दिल्ली के शाहीन बाग (Shaheen Bagh) में सीएए (CAA) और एनआरसी (National Register of Citizens) को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन जारी है. इसी के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से कालिंदी कुंज-शाहीन बाग मार्ग को खोलने की अपील की. इससे पहले दिल्ली हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर कर मथुरा रोड से कालिंदी कुंज की तरफ जाने वाली सड़क को खुलवाने की मांग की गई थी. इसी पर कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए कहा कि पुलिस इस मामले में कानून के तहत काम करे.
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि विरोध प्रदर्शन के कारण दिल्ली एनसीआर के निवासियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. सीएए के विरोध में दिल्ली के शाहीन बाग क्षेत्र में लोग एक महीने से धरना-प्रदर्शन पर बैठे हैं. यह सड़क नोएडा और दिल्ली को जोड़ने का काम करती है और विरोध प्रदर्शन के कारण नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने उसे बंद कर दिया है. यह भी पढ़े-शाहीन बाग सुनवाई- दिल्ली हाईकोर्ट ने पुलिस पर छोड़ा फैसला, कहा- सरकारी नियमों और कानून के हिसाब से काम करें
दिल्ली पुलिस का ट्वीट-
We appeal to agitators at Road No. 13 A Shaheen Bagh to understand the sufferings that the complete highway blockade is causing to residents of Delhi & NCR, Senior Citizens, emergency patients & school going children. The matter has also come up before the Hon'ble High Court.
— Delhi Police (@DelhiPolice) January 17, 2020
पुलिस बयान में कहा कि हम रोड नंबर 13 ए पर बैठे विरोध प्रदर्शनकारियों से अनुरोध करते हैं कि वे लोगों को हो रही परेशानी को समझें. राजमार्ग पूरी तरह बंद होने के कारण दिल्ली और एनसीआर के निवासियों, वरिष्ठ नागरिकों, मरीजों और स्कूल के बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
ज्ञात हो कि राजधानी दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ पिछले एक महीने से प्रदर्शन जारी है. दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश के बाद एक बार फिर गुरुवार को पुलिस प्रदर्शनकारियों को समझाने के लिए शाहीन बाग पहुंची, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका.