कोलकाता, 21 जनवरी: सीआईएसएफ ने शनिवार को एक अमेरिकी नागरिक को चीनी सैटेलाइट फोन के साथ गिरफ्तार किया है, जब वह पश्चिम बंगाल में सिलीगुड़ी के पास बागडोगरा हवाईअड्डे पर दिल्ली जाने वाली फ्लाइट में सवार होने जा रहा था. गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान थॉमस इसरो सेज (45) के रूप में हुई है. बागडोगरा हवाईअड्डे के सूत्रों के मुताबिक, सेज समेत तीन अमेरिकी नागरिक दिल्ली जाने वाली फ्लाइट में सवार होने के लिए शनिवार दोपहर हवाईअड्डे पहुंचे. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों ने सेज के सामान की जांच की तो इस दौरान एक चीनी सैटेलाइट फोन मिला. Jammu-Kashmir Blast: जम्मू के नरवाल में लगातार दो बम धमाकों से हड़कंप, पुलिस और जांच एजेंसियां मौके पर मौजूद- Video
एयरपोर्ट सूत्रों ने बताया कि भारत में विमानों में सैटेलाइट फोन ले जाने पर पाबंदियां हैं. नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) के नियमों के अनुसार, भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) द्वारा प्रदान किए गए सैटेलाइट फोन को छोड़कर, किसी भी अन्य सैटेलाइट फोन या किसी अन्य समान उपकरण को विमान में ले जाने की अनुमति नहीं है.
साथ ही, विमान में सैटेलाइट फोन ले जाने के लिए इसके कारणों को बताते हुए दस्तावेज जमा करने होते हैं. हालांकि, जब सीआईएसएफ कर्मियों और सुरक्षा कर्मचारियों द्वारा पूछताछ की गई, तो सेज कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत करने में असमर्थ थे. इसके बाद सीआईएसएफ ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और बाद में स्थानीय पुलिस को सौंप दिया.
सेज ने पुलिस को बताया कि वह और दो अन्य अमेरिकी नागरिक अमेरिका स्थित एक कंपनी शील्ड एआई में काम करते हैं, और वह सिक्किम के लाचुंग में भारतीय सेना के अड्डे पर ड्रोन निगरानी प्रशिक्षण के लिए भारत आए. उसने दावा किया कि वह 12 जनवरी को भारत आया और 16 जनवरी को एयर कार्गो के जरिए सैटेलाइट डिवाइस प्राप्त किया. उसने यह भी कहा कि वह ड्रोन निगरानी प्रशिक्षण पूरा करने के बाद वापस जा रहा था.
सेज द्वारा किए गए दावों को प्रमाणित करने के लिए पुलिस ने भारतीय सेना से संपर्क किया है. पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि भारतीय सेना के ठिकानों पर जासूसी के उद्देश्य से सेज को सैटेलाइट फोन मिला था या नहीं.