कृषि विधेयक बिल (Agriculture Reform Bills) पास होने के बाद पंजाब (Punjab) और हरियाणा (Haryana) में लगातार किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों की मांग है कि इस बिल से उनका नुकसान होने वाला है. इसलिए इस बिल को सरकार वापस ले. कृषि विधेयक बिल का जहां पंजाब और हरियाणा में विरोध हो रहा है. वहीं इस बिल का राजनीतिक पार्टी के नेताओं ने भी विरोध किया है. इस बिल के विरोध में ही शनिवार को तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव (K Chandrasekhar Rao) का एक बयान आया है. उन्होंने कहा कि इस नए कृषि बिल से किसानों के साथ अन्याय होगा. इसलिए इस बिल का उनकी पार्टी राज्यसभा में विरोध में वोट करेगी.
चंद्रशेखर राव से पहले इस बिल का विरोध कांग्रेस पार्टी, आम आदमी पार्टी, आरजेडी समेत कई पार्टी के नेता इस बिल का विरोध कर चुके हैं. आप द्वारा शनिवार को इस बिल के विरोध में किये गए एक प्रेस कांफ्रेंस में आप की तरफ से कहा गया कि इस विधेयक के बहाने केंद्र सरकार किसानों की अनदेखी और बर्बादी कर रही है. इससे किसानों की जमीनों का औद्योगीकरण होगा, किसानों की जमीन और अधिकार सुरक्षित नहीं रह पाएंगे. इसलिए आम आदमी पार्टी इस बिल के खिलाफ सड़कों पर उतरेगी. यह भी पढ़े: Akhilesh Yadav on Agriculture Reform Bills: अखिलेश यादव बोले-ये बिल किसान विरोधी, सरकार ने बिल लाकर किया किसानों से धोखा
Telangana Chief Minister K Chandrasekhar Rao said that farmers & farming related bills introduced by Centre in Parliament would do a lot of injustice to farm sector in country. CM said these bills are nothing but a sugar-coated pill & should be opposed at all costs: CM's Office pic.twitter.com/1xfQP1wiBB
— ANI (@ANI) September 19, 2020
केंद्र सरकार के किसान संबंधी तीन विधेयकों के खिलाफ ही पंजाब में किसानों का 24 सितंबर से 26 सितंबर तक किसान रेल रोको आंदोलन होने जा रहा है. इस दौरान किसान वर्ग के लोग इस बिल का विरोध करेंगे. वहीं आन्दोलन के एक दिन बाद 25 सितंबर को पंजाब के अलग-अलग किसान संगठनों ने पहले ही 25 सितंबर को राज्य में बंद बुलाया है.
बता दें कि लोगों के विरोध के बाद भी सांसद भवन में कृषि संबंधित तीन बिल पास हुआ है. जिस बिल को पास करवाने के लिए राज्यसभा में भेजा जाएगा.