उत्तर प्रदेश पुलिस (Utter Pradesh Police) ने बाहुबली मुख्तार अंसारी ( Mukhtar Ansari) के बेटे अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) के घर छापेमारी कर 6 बंदूक और 4,431 कारतूस बरामद किए. पुलिस यह छापेमारी दिल्ली (Delhi) के वसंत कुंज स्थित आवास पर छापेमारी की है. बरामद सभी बंदूक विदेशी हैं. इनमे इटली, आस्ट्रिया और स्लोवेनिया मेड बंदूक और कारतूस शामिल हैं. वहीं अब पुलिस ने अब्बास अंसारी की गिरफ्तारी की कवायद भी शुरू कर दी गई है. इनपुट मिलने के बाद पुलिस ने यह सर्च ऑपरेशन शुरू किया था. जिसमें यह सभी गन और कारतूस मिले हैं. इससे पहले अब्बास अंसारी पर 12 अक्टूबर को लखनऊ के महानगर कोतवाली में शस्त्र लाइसेंस पर धोखाधड़ी को लेकर मुकदमा दर्ज हुआ था.
वहीं इटली, आस्ट्रिया और स्लोवेनिया मेड रिवाल्वर, बंदूक और कारतूस मिलने पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471 और 30 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है. अब्बास अंसारी को साल 2012 में लखनऊ से डबल बैरल बंदूक का लाइसेंस मिला था. लेकिन अब अब्बास अंसारी का यह लाइसेंस ट्रांसफर हो चूका है जिसकी जानकारी यूपी पुलिस के पास नहीं थी. वहीं इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस प्रेस रिलीज जारी कर के पूरी जानकारी दी है.
Lucknow Police yesterday seized 6 weapons and 4,431 cartridges from the residence of gangster Mukhtar Ansari's son Abbas in Delhi. Case registered. pic.twitter.com/Rb3mrbQSqe
— ANI UP (@ANINewsUP) October 18, 2019
योगी सरकार अपराधियों का शस्त्र लाइसेंस रद्द करने का किया फैसला
बता दें कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने माफिया व अपराधी से नेता बने लोगों के शस्त्र लाइसेंस को रद्द करने का निर्णय लिया है और इस तरह के नामों की एक सूची बनाई जा रही है. सूत्रों की माने तो इस सूची में माफिया से राजनेता बने मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद, धनंजय सिंह, अभय सिंह व राजा भैया के नाम हैं. सूत्रों ने कहा कि इन सभी नेताओं के पास कई लाइसेंस हैं. राज्य सरकार का मानना है कि आपराधिक छवि वाले व्यक्तियों से हथियार लेने से राज्य के कानून व व्यवस्था में सुधार होगा. इससे आग्नेय शस्त्रों के सार्वजनिक प्रदर्शन पर रोक लगेगा, जिसका मकसद लोगों को धमकाना होता है. ( इनपुट- आईएएनएस )