
अलीगढ, उत्तर प्रदेश: सरकारी काम और कर्मचारी इनकी लापरवाही के कई किस्से सामने आते है. इनकी लापरवाही की वजह से कई बार गरीब लोगों को परेशानी होती है. लेकिन फिर भी इनकी लापरवाही कम नहीं होती. ऐसी ही एक घटना उत्तर प्रदेश के अलीगढ जिले से सामने आई है. जहां पर अतरौली के गांव कासिमपुर गदाईपुर के रहनेवाले एक जिंदा बुजुर्ग को कर्मचारी ने मृतक बता दिया और इसके बाद उसकी वृद्धावस्था की पेंशन बंद कर दी गई. ये बुजुर्ग पिछले 8 महीने से अपने जिंदा होने का सबूत लेकर तहसील और अलीगढ के ऑफिस में जा चूका है.
लेकिन अब तक इनकी पेंशन शुरू नहीं की गई है. इन बुजुर्ग का नाम भगवंत सिंह है. पिछले वर्ष मई में इनकी पेंशन बंद कर दी गई थी. इसके बाद उन्होंने जब ऑनलाइन पेंशन क्यों बंद की गई , इसका पता लगाने की कोशिश की तो उन्हें पता चला कि जांच के दौरान लिख दिया था की उनकी मौत हो चुकी है. ये गलती सत्यापन करनेवाले एक कर्मचारी की थी. लेकिन परेशानी भगवंत सिंह को हो रही है. इस घटना के बाद ये परेशान बुजुर्ग कई ऑफिस के चक्कर लगा चुके है. लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. इन बुजुर्ग ने अपनी परेशानी मीडिया से साझा की. इस वीडियो को सोशल मीडिया 'एक्स' पर @bstvlive नाम के हैंडल से शेयर किया गया है.ये भी पढ़े:VIDEO: अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी बना जंग का अखाड़ा, कैंपस के अंदर दो प्रोफेसरों के बीच जमकर मारपीट, वीडियो वायरल
जिंदा शख्स को बताया मृत
अलीगढ़: सत्यापन करने वाले कर्मी की बड़ी लापरवाही सामने आई है।
कर्मी ने जिंदा भगवंत सिंह को मृत घोषित कर दिया, जिससे उनकी वृद्धावस्था पेंशन भी बंद कर दी गई। इस गलती के कारण भगवंत सिंह पिछले आठ माह से अफसरों के चक्कर काट रहे हैं। यह घटना तहसील अतरौली के कासिमपुर गदाईपुर गांव की… pic.twitter.com/dSJOszglt0
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) February 14, 2025
पीड़ित भगवंत सिंह ने बताई अपनी परेशानी
पीड़ित बुजुर्ग ने अपनी परेशानी बताते हुए कहा कि सत्यापन के समय मुझे पिछले वर्ष मृत दिखाया गया था और मेरी पेंशन रोक दी गई थी. उन्होंने कहा की इसके बाद में ब्लॉक में जानकारी दी थी, ब्लॉक ने अलीगढ भेज दिया. लेकिन वहां भी काम नहीं हुआ. अब तक डॉक्यूमेंट में मृत ही दिखाई जा रहा है. उन्होंने बताया की साल 2021 में उनकी पेंशन शुरू की गई थी.
मजदूरी करते है बुजुर्ग
अतरौली के गांव कासिमपुर गदाईपुर के भगवंत सिंह मजदूरी करते हैं. उन्हें वर्ष 2021 से वृद्धावस्था पेंशन मिलती रही है.भगवंत सिंह अतरौली तहसील में राजस्व कर्मियों के संपर्क में रहते हैं और उनके कार्यों में सहयोग भी करते हैं. गत वर्ष मई माह में अचानक उनकी पेंशन बंद हो गई. उन्होंने ऑनलाइन इसका कारण जानना चाहा तो पता चला कि पेंशन सत्यापन के दौरान लिख दिया गया कि भगवंत सिंह की मृत्यु हो चुकी है. पीड़ित की एक ही मांग है की उनकी पेंशन शुरू कर दी जाएं.