केरल (Kerala) में सोना तस्करी (Gold Scandal) मामला फिर से गरमा गया है. वहीं, कांग्रेस और बीजेपी ने एक बार फिर से मुख्यमंत्री पिनराई विजयन (Chief Minister Pinarayi Vijayan) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. दरअसल केरल सचिवालय के उत्तरी ब्लॉक स्थित प्रोटोकॉल विभाग में मंगलवार की शाम को अचानक आग लग गई. आग लगने की जानकारी विभाग को शाम करीब पौने पांच बजे लगी. इस दौरान कई महत्वपूर्ण फाइलें जलकर राख हो गई. विपक्ष का कहना है कि इस दौरान गोल्ड स्मगलिंग से जुड़ी कई महत्वपूर्ण फाइल भी जल गई है. जिसके बाद कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने कहा कि सोने की तस्करी के मामले में बहुत महत्वपूर्ण फाइलें पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं.
उन्होंने कहा कि इसका कोई बैकअप फाइल उपलब्ध नहीं है. यह एक संदिग्ध मामला है. मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन इसके लिए जिम्मेदार हैं. दूसरी तरफ तिरुवनंतपुरम में बीजेपी और कांग्रेस ने केरल सचिवालय के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि आग कोई दुर्घटना नहीं थी और यह गोल्ड स्मगलिंग कैस के सिलसिले में सबूत नष्ट करने की साजिश थी, इस दौरान पुलिस ने प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने हिरासत में लिया था.
ANI का ट्वीट:-
Very important files regarding the gold smuggling case have been completely destroyed. No backup file is available. This is a suspicious case. Chief Minister Pinarayi Vijayan is responsible for this: Ramesh Chennithala, Congress leader #Kerala https://t.co/nUCY2m4Dl6 pic.twitter.com/k3XHgH3GIi
— ANI (@ANI) August 25, 2020
प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने कहा कि सोने की तस्करी के मामले की जानकारी रखने वाली फाइलें, एनआईए और अन्य जांच एजेंसियों द्वारा मंत्री केटी जेलेल के संबंध में मांगी गई जानकारी को जानबूझकर जलाया गया. मेरे सहित बीजेपी नेताओं को तब गिरफ्तार किया गया जब हम सच्चाई का पता लगाने के लिए वहां गए थे.
ANI का ट्वीट:-
Files containing details about gold smuggling case, incl those sought by NIA & other probe agencies in connection with Minister KT Jaleel were purposefully burnt. BJP leaders including me were arrested when we visited there to bring out the truth: BJP Pres K Surendran to ANI https://t.co/tFbVTn65tA
— ANI (@ANI) August 25, 2020
गौरतलब हो कि 4 जुलाई को तिरुवनंतपुरम एयरर्पो पर सीमा शुल्क विभाग द्वारा लगभग 30 किलोग्राम सोने की जब्ती की गई थी. केरल में 30 किलोग्राम से अधिक सोने की कीमत करीब 15 करोड़ रुपये है. जो संयुक्त अरब अमीरात काउंसलेट से जुड़े डिप्लोमेटिक बैगेज में यह सोना पाया गया था. जिसके बाद विवाद बढ़ने पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एनआइए को केरल सोना तस्करी मामले की जांच करने की इजाजत दे दी थी.