दिल्ली में चार लाख लोगों के लिए लॉक डाउन के दौरान मुफ्त भोजन की व्यवस्था की जाएगी. दिल्ली सरकार की ओर से की जाने वाली यह व्यवस्था शनिवार से लागू कर दी जाएगी. फिलहाल दिल्ली सरकार दो लाख गरीबों को भोजन मुहैया करवा रही है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा, "उनकी सरकार शनिवार से प्रतिदिन 4 लाख से अधिक गरीब और जरूरतमंदों को दो समय का खाना उपलब्ध कराएगी." दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, "बेघर और जरूरतमंद लोगों को रहने के लिए स्थान उपलब्ध कराने के लिए सरकार 325 स्कूलों का उपयोग करेगी." इन स्कूलों को गरीब बेघर लोगों के अस्थाई आश्रय स्थल के रूप में तब्दील किया जाएगा. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि विभिन्न कैंपों और इन 325 स्कूलों में यहां प्रतिदिन 4 लाख से अधिक लोगों दो समय का खाना उपलब्ध कराया जाएगा. इसकी शुरूआत शनिवार से होगी.
केजरीवाल ने कहा कि शुक्रवार को दिल्ली में दो लाख से अधिक लोगों को खाना उपलब्ध कराया गया है. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अन्य सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को आश्वस्त किया है कि दिल्ली में रहने वाले प्रत्येक प्रवासी नागरिक का ख्याल दिल्ली सरकार द्वारा रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में रहने वाले प्रत्येक प्रवासी तक सहायता पहुंचाने की हम हर संभव कोशिश करेंगे. सरकार ने फैसला किया है कि दिल्ली के रैनबसेरों में अभी तक 20 हजार लोगों को खाना खिलाया जा रहा है, शुक्रवार से इसकी संख्या 10 गुना बढ़ाकर 2 लाख की गई है. सरकार की योजना है कि शनिवार से दिल्ली के 4 लाख लोगों को खाना खिलाया जाएगा.
गरीब और बेसहारा लोगों को एक अन्य राहत के तहत सरकारी पेंशन का दावा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक 8 लाख लोगों के खाते में 5000 रुपये जमा करवाए गए हैं. इन 8 लाख लोगों में से पांच लाख गरीब बुजुर्ग है. एक लाख विकलांगों को 5000 रुपये की सरकारी पेंशन मुहैया कराई गई है. वहीं दो लाख बेसहारा एवं विधवा महिलाओं को 5000 रुपये की यह पेंशन दी गई है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मुताबिक 5000 रुपये की यह पेंशन अगले महीने अप्रैल के प्रथम सप्ताह तक दोबारा इन सभी खातों के लिए जारी की जाएगी.