मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) के राज्यपाल के निवास स्थान राजभवन (Raj Bhavan) से कम से कम 18 लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है. जिसके बाद से प्रशासन में हड़कंप मच गया है. बताया जा रहा है कि सभी लोगों ने खुद अपना कोविड-19 (COVID-19) टेस्ट करवाया था. इसके बाद जानलेवा वायरस की चपेट में आने का खुलासा हुआ. राजभवन के सदस्यों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद राज्यपाल (Governor) भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) का भी टेस्ट करवाया गया और उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है.
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा "मैं पूरी तरह से ठीक हूं, और खुद को आइसोलेट नहीं किया है. मैंने सभी जरुरी टेस्ट करवाए, जिसका परिणाम नकारात्मक आया है. मुझ में कोरोना वायरस के कोई लक्षण भी नहीं हैं." मुंबई में कोरोना वायरस के 1,308 नए मामले, 39 की मौत
I am perfectly alright, and not in self-isolation. I underwent relevant tests, the result of which came negative. There are no symptoms of #COVID19 either: Bhagat Singh Koshyari, Governor of Maharashtra (file pic) pic.twitter.com/M66Lv4rclJ
— ANI (@ANI) July 12, 2020
बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने बताया कि मुंबई स्थित राज्यपाल के निवास में कम से कम 18 लोगों का कोरोना वायरस टेस्ट पॉजिटिव आया है. उन्होंने खुद से अपना टेस्ट कराया था. कोरोना संक्रमण की पुष्टी के लिए अब बीएमसी फिर से उनका टेस्ट कराएगी. फिलहाल राजभवन को सेनिटाइज किया जा रहा है.
At least 18 people tested #COVID19 positive at Raj Bhavan (Governor's residence) in Mumbai, after they got themselves tested on their own. Brihanmumbai Municipal Corporation (BMC) to get them tested again: BMC Sources
— ANI (@ANI) July 12, 2020
रिपोर्ट्स के मुताबिक राजभवन में एक जूनियर इलेक्ट्रिशियन के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद करीब 100 लोगों का कोविड-19 टेस्ट कराया गया था. इनमें से आधे से अधिक की रिपोर्ट आ चुकी है. जबकि बाकी के लोगों की रिपोर्ट कुछ दिनोंमें आने की उम्मीद है.
इससे पहले गुवाहाटी में राज्यपाल कार्यालय के दो निजी सुरक्षा अधिकारियों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई. जिसके बाद राजभवन परिसर और इसके आसपास के क्षेत्रों को सील कर दिया गया. असम के राज्यपाल जगदीश मुखी, उनकी पत्नी प्रेम मुखी और राजभवन में तैनात सुरक्षाकर्मी और उनके परिवार के सदस्य समेत 176 कर्मचारियों की जांच एक जुलाई को कराई गई.
मई महीने में मध्य प्रदेश के राजभवन में छह कोरोना संक्रमित मरीजों के पाए जाने के बाद राज्यपाल लालजी टंडन का नमूना भी जांच के लिये भेजा गया था. जबकि अप्रैल महीने में आंध्र प्रदेश के राजभवन में एक स्टाफ नर्स में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई थी.