11 Airports To Operate Under PPP Model: देश के 11 एयरपोर्ट निजी कंपनियों को सौंपे जाएंगे! PPP मॉडल के तहत होगा संचालन, केंद्र सरकार ने दी जानकारी
हवाई सफर करने वाले यात्रियों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है. केंद्र सरकार ने देश के 11 एयरपोर्ट को सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के तहत संचालित करने की योजना बनाई है.

11 Airports To Operate Under PPP Model: हवाई सफर करने वाले यात्रियों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है. केंद्र सरकार ने देश के 11 एयरपोर्ट को सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के तहत संचालित करने की योजना बनाई है. इनमें अमृतसर, वाराणसी, भुवनेश्वर, रायपुर और त्रिची जैसे बड़े एयरपोर्ट शामिल हैं, जिन्हें छह छोटे एयरपोर्ट के साथ जोड़ा गया है. नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोळ ने सोमवार को राज्यसभा में इसकी जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि इन एयरपोर्ट्स का संचालन, प्रबंधन और विकास निजी कंपनियों के हाथों सौंपा जाएगा. इससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलने की उम्मीद है.
कौन-कौन से एयरपोर्ट होंगे शामिल?
राष्ट्रीय मुद्रीकरण योजना (NMP) के तहत सरकार ने 2022 से 2025 के बीच कुल 25 एयरपोर्ट को लीज पर देने की योजना बनाई है. इनमें भुवनेश्वर, वाराणसी, अमृतसर, त्रिची, इंदौर, रायपुर, कोझिकोड, कोयंबटूर, नागपुर, पटना, मदुरै, सूरत, रांची, जोधपुर, चेन्नई, विजयवाड़ा, वडोदरा, भोपाल, तिरुपति, हुबली, इम्फाल, अगरतला, उदयपुर, देहरादून और राजामुंद्री शामिल हैं.
PPP मॉडल क्या है और इसके फायदे?
सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) एक ऐसा मॉडल है, जिसमें सरकार किसी निजी कंपनी के साथ मिलकर किसी प्रोजेक्ट को विकसित करती है. इससे सरकार पर वित्तीय बोझ कम होता है और यात्री सुविधाओं में सुधार होता है.
यात्रियों को कैसे होगा फायदा?
- हवाई अड्डों पर आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी.
- यात्रियों को जल्दी चेक-इन और बेहतर सुरक्षा व्यवस्था मिलेगी.
- हवाई सफर के किराए में कमी आने की संभावना.
- एयरपोर्ट का रखरखाव बेहतर तरीके से किया जाएगा.
देश में कितने हवाई अड्डे हैं?
फिलहाल, भारत में 159 ऑपरेशनल एयरपोर्ट हैं, जिनमें से कई अंतरराष्ट्रीय स्तर के हैं. सरकार हवाई यात्रा को सुगम और किफायती बनाने के लिए लगातार नई योजनाएं बना रही है.