जयपुर: राजस्थान (Rajasthan) में जेल प्रशासन ने एक सराहनीय पहल की शुरुआत की गई है. इससे न केवल अनेक कैदियों की जिंदगी में सुधार लाया जा रहा है, बल्कि जेलों के संचालन का खर्च भी सरकार पर कम हो रहा है. राजस्थान में छह स्थानों पर जेल परिसर में ईंधन पंप बनाये गए है, जहां 100 से अधिक कैदी काम कर रहे हैं. पेट्रोल, डीजल, गैसे को जीएसटी के दायरे में लाने का प्रस्ताव नहीं: वित्त मंत्री
राजस्थान के जेल महानिदेशक राजीव दासोत (Rajeev Dasot) ने बताया कि यह पहल कौशल विकास को बढ़ावा देने और जेल विभाग को आत्मनिर्भर बनाने के लिए है. जयपुर में बने ऐसे ही पंप पर पिछले महीने 1 करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज की गयी थी. जिसे जेल प्रशासन ने 3 करोड़ रुपये प्रति माह करने का लक्ष्य रखा है.
Rajasthan: Over 100 prisoners are working at fuel pumps built on jail premises at six locations across the state
Rajeev Dasot, DG (prisons) said yesterday, "The initiative is to promote skill development & make Jail Dept self-reliant"
(Visuals from fuel pump in Jaipur) pic.twitter.com/Pu8nJsGQta
— ANI (@ANI) March 15, 2021
उन्होंने बताया कि अगले चरण में राज्यभर में 12 स्थानों पर ऐसे पेट्रोल पंप खोले जाएंगे. यहां काम करने वाले कैदियों को प्रशिक्षित किया जाता है. सभी कैदियों को 249 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से वेतन मिलता है जो उनके बैंक खातों में ट्रांसफर किया जाता है.