'बिग बॉस 12' के कंटेस्टेंट दीपक ठाकुर अपने गांव में लाना चाहते हैं सुधार
दीपक ठाकुर (Photo Credit-Instagram)

मुजफ्फरपुर/बिहार: बिहार के मुजफ्फरपुर के आथर गांव जाने के लिए आज एकमात्र सहारा नाव है, लेकिन इस गांव के रहने वाले दीपक ठाकुर ( Deepak Thakur) ने टीवी शो 'बिग बॉस' (Bigg Boss) के घर तक सफर तय करने के बाद अपने गांव को आदर्श गांव बनाने का सपना देखा है. 'बिग बॉस सीजन-12' में तीसरा स्थान पाने वाले दीपक अपने गांव पहुंचने के लिए आज भी नाव की सवारी करते हैं, यही कारण है कि वे खुद को 'नदिया के पार' का निवासी बताते हैं. दीपक आज इस पिछड़े गांव से निकलकर बिहार का नाम रौशन किया है.

बिग बॉस के 'रील लाइफ' (Reel Life) से 'रियल लाइफ' (Real LIfe) में अपने गांव लौटे दीपक को इस बात का मलाल है कि आज बिहार की गांवों में कई समस्याएं हैं. उनका कहना है कि आज बिहार में कई ऐसे गांव हैं जहां सड़कें नहीं हैं. अपने गांव के विषय में पूछे जाने पर मायूस दीपक कहते हैं कि कुछ दिन पहले इस गांव में बिजली तो आ गई है, मगर आज भी यहां न सड़कें हैं और ना ही अस्पताल. हमेशा से अभिनेता सलमान खान (Salman Khan) के प्रशंसक रहे दीपक ने आईएएनएस के साथ विशेष बातचीत में कहा, "मैं बचपन से वह सलमान खान का फैन रहा हूं.

मैं उनसे मिलना चाहता था जो अब पूरा हो गया. अब मेरा सपना उनकी फिल्म में गाना गाने की है." उन्होंने खुद को बिहारी कहलाने पर गौरवान्वित महसूस करने की बात करते हुए कहा कि उन्होंने अपने बचपन से लेकर जवानी तक बिहार के गांवों की पगडंडियों में गुजारी है. वे कहते हैं कि बिहार का होने पर गर्व है. उन्होंने बताया कि बिग बॉस में सलमान खान ने भी एक बार कहा था कि 'एक बिहारी, सब पर भारी.' बचपन से ही संगीत में रुचि रखनेवाले दीपक को बचपन से ही गाने-बजाने का शौक रहा है. वे कहते हैं कि बचपन में उनके पापा पंकज ठाकुर 350 रुपये में तबला खरीद लाए थे, मगर एक बार पीपल के पेड़ से गिर जाने के कारण हाथ टूट गया और तबला छूट गया.

 

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What if Deepak spit on Megha or threw chappal at her ? Because of her calling him aukat , bhikari,kutta, kamina, bad faced? And that too severL time? Wonder and i hope that so called megha defenders would be unviased to support deepak then? Or let's say spit on sree for saying that full line of bhikhari and chillar , then treating him like a dog to open the jail? Wish he had.. This guy has dealt with so many things in BB from his mockery , physical and abusive violence . I am sorry Not justified. Just because he is a gareeb ,he doesn't become a soft and easy target . Why didn't megha spit on others who trouble her? Tell me , why only him? Even romil says what not to her . But dare she do this to him. Slowly because of all this treatment of him inside the house and going over past weeks ,and seeing biasedness towrds megha here and everywhere , i feel i have started to like this guy . His strength is unbreakable. He knows why he is here. If it was someone else other than him, and megha did same , boy the lerson would have set fire. But deepak didnt let go of task. Nobody can understand his majboori to tolerate all that. He can also throw tantrums like sree to leave the house at even s things , but the guy DOESNOT. He needs the show. Dont know why it is hard to understand for everyone. Ppl can support sree over his tantrums , his unforgivable abuses, comments and what not ,and forget it amd still worship him , Given he doesnt not need the show neither he respects it . But nobody can see actual reasons of deepak. Pathetic it is. I get it that his behaviour goes overboard but he never said other than "madam" to megha , even when she spit him. In terms of shipping and drooling over fandoms, we loose sense to see some harsh reality. Sad . Now I support deepak..!!

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इसके बाद पापा हारमोनियम ले आए और 12 साल की उम्र में ही इसे बजाने लगा. वे कहते हैं, "मां-पापा आज भी बताते हैं कि बचपन से ही मैं जहां बैठता था वहीं टेबुल, बेंच या घर का बर्तन भी होता था तो उसपर भी तबला बजाने लगता था." बकौल दीपक, "शुरुआत में गायकी के बल पर कुछ करने की चाहत का लोग मजाक उड़ाते थे, लेकिन परिवार का साथ बराबर मिला. शुरुआत में हर ओर निराशा जरूर मिली, मगर मैंने हिम्मत नहीं हारी. इसके बाद अनुराग कश्यप की फिल्म 'गैंग ऑफ बासोपुर' (Gangs of Wasseypur) में गाने का मौका मिला." पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम (Abdul Kalam) के उस वाक्य को याद करते हुए कहते हैं कि 'सपना वह होता है, जो सोने नहीं दे.'

उन्होंने कहा कि इस बात का उन्हें मलाल है कि 'बिग बॉस' नहीं जीत सके, लेकिन इस बात की खुशी भी है कि 105 दिनों के इस सफर में उन्होंने करोड़ों लोगों का दिल जीत लिया है. वे आईएएनएस को बताते हैं कि करणवीर बोहर ने अपनी प्रोडक्शन हाउस की फिल्म 'हमें तुमसे प्यार इतना' (Hame Tumse Pyar Inta) में गाने की ऑफर किया है. क्रिकेट खिलाड़ी श्रीसंत की पत्नी भुवनेश्वरी ने भी दीपक को फिल्म में काम करने का ऑफर दिया है. इसके अलावा धवन प्रोडक्शन हाउस (Dhawan Production House) से भी काम करने का ऑफर किया गया है.

बोचहा प्रखंड के आथर गांव के सामान्य परिवार से ताल्लुक रखनेवाले दीपक स्थानीय एक निजी विद्यालय से 10वीं, एल.पी. शाही कॉलेज से 12वीं और एल.एन. मिश्रा कॉलेज से बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद इलाहाबाद के गुरुवर महाविद्यालय से संगीत की शिक्षा ली. दो बहनों- दीपिका व ज्योति के बीच इकलौता और बड़ा भाई दीपक कहते हैं कि उन्होंने संगीत की प्रारंभिक शिक्षा डॉ. संजय कुमार संजू से ली.

इस सफल सफर के लिए उन्होंने अपने परिजनों और गुरु के सहयोग बताते हुए कहा, "आज मैं जहां हूं वहां पहुंचाने में परिजनों और गुरु के आशीर्वाद और हजारों चाहने वालों का प्यार है." 'बिग बॉस' से आने के बाद दीपक इन दिनों अपने गांवों में समय गुजर रहे हैं और मस्ती कर रहे हैं. वे कहते हैं कि बिग बॉस के घर में भी गांव की याद आती थी. उन्होंने कहा कि इस गांव के लिए मुझे काफी कुछ करना है, आखिर इसी गांव ने ही तो सफलता की पहला पाठ पढ़ाया है.

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भविष्य की योजनाओं के विषय में पूछ जाने पर दीपक कहते हैं, "लोगों का मनोरंजन कर रहा हूं और आगे भी करता रहूंगा. लोग बस ऐसे ही प्यार देते रहें." 'बिग बॉस सीजन-12' की विजेता दीपिका कक्कड़ (Dipika Kakar) बनी थीं, जबकि दूसरे नंबर पर क्रिकेटर श्रीसंत (Sreesanth) रहे थे.