90 के दशक के बॉलीवुड के जाने माने विलन महेश आनंद (Mahesh Anand) का 9 फरवरी, शनिवार को मुंबई (Mumbai) में निधन हो गया. बताया गया कि 57 वर्षीय महेश को मुंबई के यारी रोड (Yari Road) स्थित उनके घर पर मृत पाया गया जिसके बाद उनके शरीर को पोस्टमोर्टेम के लिए कूपर अस्पताल भेज दिया गया. महेश की निधन (demise) के खबर से बॉलीवुड में उनके करीबी दोस्त और यार बेहद दुखी हैं. इसी के साथ उनके फैंस के बीच भी उन्हें लेकर शोक की लहर है.
अब उनके करीबी दोस्त शक्ति कपूर (Shakti Kapoor) ने मीडिया को बताया कि निधन से पहले महेश की स्थिति से गुजर रहे थे. शक्ति कपूर ने सिनेब्लिट्ज को दी हुए इंटरव्यू में कहा कि महेश मानसिक तौर पर बेहद कमजोर हो गए थे क्योंकि वो डिप्रेशन (depression) से जूझ रहे थे. उन्होंने बताया कि महेश को फिल्म इंडस्ट्री में काम न मिल पाने के चलते काफी परेशानी उठानी पड़ रही थी. नए काम की फिक्र में वो इतने दुखी थे कि उन्होंने शराब पीना शुरू कर दिया था.
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शक्ति कपूर ने बताया कि महेश शराब के आदि हो गए थे और यहां तक कि वो काम मांगने के लिए जब किसी को फोन करते तब भी वो शराब के नशे में रहते. पहलाज जी (पहलाज निहलानी) ने उन्हें अपनी फिल्म (रंगीला राजा) के क्लाइमेक्स में छोटा सा रोल ऑफर किया जो महेश ने बखूभी निभाया. शूटिंग के दौरान पहलाज जी (Pahlaj Nihalani) ने उनकी शराब पर पाबंदी लगा दी थी लेकिन फिर भी वो शराब पीया करते थे.
शक्ति ने कहा, "मैंने उन्हें शराब की लत छोड़ने को कहा था क्योंकि मैंने इसी तरह का एक केस पहले भी देखा था जहां उस व्यक्ति की मौत भी हो गई थी. दुखवश वो (महेश आनंद) नहीं मानें."
शक्ति की बातों से ये साफतौर पर पता चलता है कि तनाव और शराब की लत महेश के निधन की मुख्य वजहों में से एक हो सकती है.
बता दें कि महेश आनंद मुंबई के यारी रोड़ स्थित अपने घर में अकेले रहते थे. दरअसल, वो मेनस्ट्रीम हिंदी सिनेमा के प्रसिद्ध चेहरे थे. उन्होंने शहंशाह, मजबूर, स्वर्ग, थानेदार, विश्वात्मा, गुमराह, खुद्दार, बेताज बादशाह, विजेता और कुरुक्षेत्र जैसी फिल्मों में बेहतरीन अभिनय किया था और इन फिल्मों के जरिए उन्होंने बॉलीवुड में अपनी अलग पहचान बनाई थी.